राम मंदिर आस्था का मुद्दा, विकास पर लड़ेंगे यूपी चुनाव: भाजपा
उत्तर प्रदेश में 2017 के आगामी विधानसभा चुनाव केंद्र में मोदी सरकार के विकास और उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार की असफलता और अराजकता के मुद्दे पर लड़ने की बात करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भगवान राम में उनकी ही नहीं करोड़ों देशवासियों की आस्था है। राम मंदिर हम सबकी आस्था का विषय है लेकिन राम मंदिर कभी भी चुनावी मुद्दा नहीं रहा। यह मुद्दा अदालत में है जो फैसला आएगा उसे स्वीकार किया जाएगा। मौर्य ने कहा कि चुनावी मुद्दा केवल प्रदेश का विकास है और प्रदेश को परिवारवाद और भ्रष्टाचार से मुक्त कराना है। भाजपा उत्तर प्रदेश चुनाव में विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी और प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार की नाकामियों को उजागर करेगी, क्योंकि प्रदेश की जनता अब परिवारवाद और भ्रष्टाचार से परेशान हो गई है।
मौर्य ने आरोप लगाया कि प्रदेश की समाजवादी सरकार सभी मोर्चों पर विफल हो चुकी है। पार्टी ने 2012 में प्रदेश की जनता से विकास के जो वायदे किए थे उन्हें पूरा नहीं किया गया है। बुंदेलखंड में भंयकर सूखा पड़ा है, जनता पानी के लिए परेशान है लेकिन प्रदेश सरकार कुछ नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और गुजरात में भाजपा की सरकार ने सूखे को लेकर जितना काम किया है उसका दस प्रतिशत ही उत्तर प्रदेश सरकार कर देती तो बुंदेलखंड के किसानों को थोड़ी राहत मिल जाती। उन्होंने एक बार फिर दावा किया कि प्रदेश में भाजपा को 265 से अधिक सीटे मिलेंगी और वह पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। मौर्य ने ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों, गरीबों और बेरोजगारों के लिए अनेक कल्याणकारी कदम उठाए हैं। इन सभी विकास कार्यों के बारे में प्रदेश के पार्टी कार्यकर्ता जनता में प्रचार प्रसार करें।
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने आगामी चुनावों के लिए भाजपा टाप, सपा साफ और बसपा हाफ का नारा दिया। प्रदेश में मुख्यमंत्री का प्रत्याशी कौन होगा इस पर उन्होंने कहा, प्रदेश में पार्टी के पास नेताओं की कमी नहीं है। हम विधानसभा चुनाव विकास और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दो साल में किए गए विकास कार्यों के मुद्दे पर लड़ेंगे और जनता को बताएंगे कि हम प्रदेश का विकास चाहते हैं जबकि अन्य दल परिवारवाद और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं। प्रदेश में अराजकता का माहौल है और यहां महिलाएं और लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। प्रदेश में दलित वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को उनकी पार्टी ने जितना सम्मान दिया उतना किसी अन्य पार्टी ने नहीं किया। बाबा साहेब को भाजपा द्वारा सम्मान दिए जाने से कांग्रेस और बसपा में खलबली मच गई है।