भागवत के बयान पर बोलीं प्रियंका गांधी, आरएसएस और भाजपा के निशाने पर है सामाजिक न्याय
आरक्षण पर सौहार्दपूर्ण माहौल में चर्चा से जुड़ी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी और बाद में उस पर संघ की सफाई के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को कहा कि मौजूदा सरकार में जनपक्षधर कानूनों का गला घोंटा जा रहा है और सामाजिक न्याय आरएसएस-भाजपा के निशाने पर है।
प्रियंका ने ट्वीट कर दावा किया, ‘आरएसएस का हौसला बढ़ा हुआ है और मंसूबे खतरनाक हैं। जिस समय भाजपा सरकार एक-एक करके जनपक्षधर कानूनों का गला घोंट रही है, आरएसएस ने भी लगे हाथ आरक्षण पर बहस करने की बात उठा दी है।’ उन्होंने कहा, ‘बहस तो शब्दों का बहाना है, आरएसएस-भाजपा का असली निशाना सामाजिक न्याय है। लेकिन क्या आप ऐसा होने देंगे?’
आरक्षण पर नहीं है मंशा ठीक
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, ''आरक्षण को लेकर आरएसएस-भाजपा की मंशा ठीक नहीं है। बहस इस बात पर करिए कि इतने वर्षों बाद भी केंद्रीय नौकरियों में आरक्षित वर्गों के 80 प्रतिशत पद ख़ाली क्यों है? उनका प्रतिनिधित्व सांकेतिक भी नहीं है। केंद्र में एक भी सचिव ओबीसी या ईबीसी क्यों नहीं है? कोई कुलपति एससी, एसटी या ओबीसी क्यों नहीं है? करिए बहस??
ये कहा था भागवत ने
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कथित तौर पर कहा था कि जो आरक्षण के पक्ष में हैं और जो इसके खिलाफ हैं, उन लोगों के बीच इस पर सौहार्द्रपूर्ण माहौल में बातचीत होनी चाहिए। कांग्रेस के हमले और विवाद खड़ा होने के बाद आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने सफाई देते हुए कहा था कि सरसंघचालक मोहन भागवत के दिल्ली में एक कार्यक्रम में दिए गए बयान पर अनावश्यक विवाद खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है।