बोले राहुल, आरएसएस हिंदू संगठन नहीं है
नफरत फैलाना हमारे धर्म में कहीं नहीं लिखा। आप हिंदू धर्म की कोई भी धार्मिक पुस्तक पढ़ो, उपनिषद पढ़ो, गीता पढ़ो या कोई भी ग्रंथ हो, कहीं भी नफरत फैलाने की बात नहीं लिखी है। मैने काफी ढूंढा़ है, लेकिन मुझे तो ऐसा किसी किताब में नहीं मिला। नफरत फैलाना, गुस्सा फैलाना हिंदू धर्म में कहीं नहीं लिखा। हिंदू धर्म में लिखा है प्यार से रहो। हर विचार का सम्मान करो और हर सोच से कुछ न कुछ सीखो। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि हिंदू धर्म जो कहता है आरएसएस वो नहीं करता। हिंदू धर्म में कहां लिखा है कि जिन महात्मा गांधी ने हिंदुस्तान को बनाया है उन पर आक्रमण करो। अगर आप हिंदू धर्म को समझना चाहते हैं तो गांधी जी को पढ़िए। उनसे बेहतर हिंदू धर्म के बारे में कोई और नहीं समझा सकता। और उन पर और उनके विचारों पर सबसे ज्यादा आक्रमण आरएसएस ने ही किया है।
एक सवाल के जवाब में राहुल ने यह भी कहा कि राजनीति में कोई एक व्यक्ति उनका रोल मॉडल नहीं है। उन्होंने कहा कि वे कई लोगों से प्रेरणा लेते हैं। सबसे कुछ न कुछ सीखते हैं। गांधी जी से काफी प्रेरणा लेता हूं। और भी ऐसे लोग हैं जो खुल कर सोचते हैं, लोगों से नफरत नहीं करते हैं, खुद को असुरक्षित नहीं महसूस करते, जो गुस्से में नहीं फंसे रहते, ऐसे काफी लोग हैं ऐसे जिनकी ओर वे सीखने के लिए देखते हैं।
यह पूछे जाने पर वे कैसी पुस्तकें पढ़ते हैं, कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि उन्हें जिस विषय में दिलचस्पी होती है उसकी गहराई में जाते हैं और पूरा समझने की कोशिश करते हैं। जिस विषय पर बहस और विमर्श चल रही हो उससे खुद को जोड़ने और अध्ययन करने की कोशिश करते हैं। इतिहास और सामयिक विषय पढ़ने के साथ-साथ धार्मिक पुस्तकें पढ़ने की बात भी राहुल ने कही।