महाराष्ट्र में कोई दुष्यंत नहीं, जिसके पिता जेल में हैं, हमारे पास है विकल्प: शिवसेना
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर चल रही खींचतान के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि राज्य में कोई 'दुष्यंत' नहीं है और शिवसेना धर्म और सत्य की राजनीति करती है।
राज्य में सरकार बनाने में देरी के बारे में पूछे जाने पर राउत ने हरियाणा के उपमुख्यमंत्री और जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला पर तंज कसा। राउत ने कहा, "हमारे यहां कोई दुष्यंत नहीं है, जिसके पिता जेल के अंदर हैं। यहां हम धर्म और सत्य की राजनीति करते हैं। महाराष्ट्र में बहुत जटिल राजनीति है।"
राउत ने कहा, "अगर कोई हमें सत्ता से दूर रखना चाहता है, तो यह हमारे लिए एक सम्मान की बात है। जल्द ही एक निर्णय लिया जाएगा। हम वर्तमान में देख रहे हैं कि लोग किस तरह का सहारा ले सकते हैं। जैसा कि लोकसभा चुनाव से पहले तय किया गया था, हमारी एकमात्र मांग है।” उन्होंने कहा कि जो पहले तय किया गया है, उसके अनुसार काम करना चाहिए।
भाजपा और शिवसेना के बीच राज्य में सरकार बनाने को लेकर चल रही खींचतान के बीच राउत का बयान आया।
‘हम सत्ता के भूखे नहीं’
राउत ने कहा, "उद्धव ठाकरे जी ने कहा है कि हमारे पास अन्य विकल्प भी हैं, लेकिन हम उस विकल्प को स्वीकार करने का पाप नहीं करना चाहते हैं। शिवसेना ने हमेशा सच्चाई की राजनीति की है, हम सत्ता के भूखे नहीं हैं।" उन्होंने कहा, "हम लोकतंत्र की हत्या नहीं कर सकते या सभी को नैतिक सबक नहीं सिखा सकते। शिवसेना ने हमेशा खुद को इस तरह की राजनीति से दूर रखा है।"
भाजपा-शिवसेना के बीच खींचतान जारी
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच खींचतान के साथ दबाव की राजनीति जारी है। चुनाव परिणाम के बाद से ही शिवसेना ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले पर सरकार बनाने पर अड़ी है। जबकि भाजपा विधायकों के लिहाज से सबसे बड़ी पार्टी होने का हवाला देते हुए इस फॉर्मूले पर सहमत नहीं है। बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत हासिल किया। भाजपा राज्य में 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन गई। शिवसेना ने चुनाव में 56 सीटें हासिल कीं।