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18 October 2016

शिवसेना का कटाक्ष, क्‍या अमित शाह की रैलियों पर नहीं खर्च होती मोटी रकम

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भाजपा को निशाने पर लेते हुए शिवसेना ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उसके केंद्रीय नेताओं की रैलियों को इसी तरीके से आयोजित कराया जाता है।

सामाजिक न्याय विभाग संभालने वाले बडोले ने हाल में औरंगाबाद में एक कार्यक्रम में कहा था आजकल जो भी उठकर, प्रदर्शन कर आरक्षण की मांग कर रहे हैं, उनके आंदोलन में भीड़ है क्योंकि उनके पास ज्यादा धन है। 

अपने मुखपत्र सामना में लिखे एक संपादकीय में, शिवसेना ने कहा कि बडोले सिर्फ खासतौर पर मराठाओं के बारे में नहीं बोले बल्कि उन्‍होंने रैलियों की आम स्थिति के बारे में बात की है। अगर यह सच है तो फिर अमित शाह की रैलियों का क्या, जिनमें वे उत्तर प्रदेश चुनाव अभियान में भीड़ लाने के लिए पसीना बहा रहे हैं।

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शिवसेना ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में क्या जिनकी सभाओं में भीड़ होती है? भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या ये नेता रैली में आने के लिए लोगों को पैसे देते हैं। सत्ता में साझेदार पार्टी ने कहा कि बोडले ने मूक रैलियों में आ रहे लोगों को पैसे देने का आरोप लगाकर मराठा समुदाय के साथ अन्याय किया है।

शिवसेना ने कहा, मराठा रैलियां अनुशासन, मीडिया का सही इस्तेमाल, अच्छा प्रशासन और व्यवस्था को लेकर गुस्से की वजह से सफल हो रही हैं। बडोले की टिप्पणियां सिर्फ भाजपा की मुश्किलें बढ़ाएंगी। संपादकीय में कहा गया है कि भाजपा शासित सरकार में मंत्रियों को एेसा बयान देने के बजाय उन वजहों पर ध्यान देना चाहिए, जिन कारणों से आरक्षण की मांग करने को मजबूर होना पड़ रहा है। 

उसने कहा कि सामाजिक एकता जिन शब्दों से बिगड़ सकती हो, उन्हें नहीं बोलना चाहिए। इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि समुदायों में आपस में टकराव नहीं हो। भाषा एजेंसी 

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TAGS: महाराष्‍ट्र, भाजपा, शिवेसना, राजकुमार बडोले, रैली, मोटी रकम, मराठा मार्च, maharashtra, bjp, shivsena, rajkumar badole, rally, maratha march
OUTLOOK 18 October, 2016
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