जावड़ेकर बोले, एनआरसी पर रुख साफ करें सोनिया गांधी
राज्यसभा में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस (एनआरसी) पर विपक्ष द्वारा गृहमंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को बोलने नहीं देने को पार्टी ने गंभीरता से लिया है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को कहा कि विपक्ष आज यह तय करके आया था कि वह इन दोनों को बोलने नहीं देंगे। इसके लिए कांग्रेस और तृणमूल गलत आपत्तियां जताईं और हंगामा किया। जावड़ेकर ने कहा कि इन दोनों पार्टियों ने लोकतंत्र की हत्या की।
जावड़ेकर ने कहा कि राजीव गांधी के प्रधानमंत्री रहते जो असम समझौता हुआ था एनआरसी उसकी आत्मा थी। उन्होंने यूपीए चेयरमैन और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से कहा कि वह एनआरसी पर अपना रुख साफ करें। भाजपा नेता ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उस वक्त बड़े ही स्पष्ट रूप से कहा था कि बांग्लादेशी शरणार्थियों को वापस जाना पड़ेगा।
जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ये दोनों सदन चलने नहीं देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस के आनंद शर्मा ने अमित शाह को बोलने देने पर आपत्ति जताई। इसके बाद तृणमूल कांग्रेस के सांसद ने भी ऐसा ही किया और विरोध करते हुए वेल में आ गए। सभापति ने जब इनकी आपत्तियां ठुकरा कर अमित शाह को बोलने के लिए कहा तो इन लोगों ने हंगामा किया। इसकी वजह से गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी नहीं बोल सके।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमने कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस की बात सुनी पर वे हमें सुनना नहीं चाहते हैं। उन्होंने पूछा कि इन्हें क्या भय है कि ये हमारी बात सुनना नहीं चाहते। जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस घुसपैठियों का बचाव करना चाहती है।