मानसून सत्र: विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बाद लोकसभा से सस्पेंड कांग्रेस के चारों सांसदों का निलंबन रद्द
18 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में चला आ रहा गतिरोध आज खत्म हो गया। सोमवार को लोकसभा से निलंबित सांसदों का निलंबन खत्म हो गया। इसी के साथ सदन में महंगाई के मुद्दे पर चर्चा भी शुरू हो गई। दरअसल, लोकसभा में हंगामे के आरोप में कांग्रेस के चार सांसदों ज्योतिमणि, राम्या हरिदास, मणिकम टैगोर, टीएन प्रतापन को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया गया था।
सोमवार को विपक्ष की सहमति से इन सांसदों का निलंबन वापस लेने के लिए प्रस्ताव लाया गया था। इसी के बाद निलंबित सांसदों को लोकसभा की कार्यवाही में शामिल होने की अनुमति दी गई।
इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि मैं सदन के सभी दलों से अनुरोध करूंगा कि प्ले कार्ड सदन के अंदर न लाएं। अगर कोई भी सांसद सदन में प्ले कार्ड लेकर आते हैं तो मैं निश्चित रूप से कार्रवाई करूंगा। मैं उन्हें आखिरी मौका दे रहा हूं।
वहीं, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्ले कार्ड लाना सदन के नियमों के ख़िलाफ़ है इसलिए या तो निलंबित सांसद खेद व्यक्त करें या उनके नेता उनकी ओर से खेद व्यक्त करें और आश्वासन दें कि ऐसा फिर नहीं होगा जिसके बाद सरकार सांसदों के निलंबन को रद्द करने का प्रस्ताव लाने के लिए तैयार है।
साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि सरकार पहले दिन से महंगाई पर चर्चा के लिए तैयार है।वित्त मंत्री को कोविड हुआ था उनके ठीक होने के बाद से हम विपक्ष को चर्चा के लिए अपील कर रहे हैं।आज से तीन दिन पहले तय हुआ था कि सोमवार को लोकसभा और मंगलवार को राज्यसभा में चर्चा कर लीजिए।
पीयूष गोयल ने कहा कि मैंने सदन में आश्वस्त कराया है कि कल दोपहर राज्यसभा में महंगाई पर चर्चा होगी इसके बाद भी विपक्ष एक मत पर नहीं आ रहा है। उनके मन में शंका है कि सरकार के काम सामने आएंगे और कैसे विपक्ष ने महंगाई को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
बता दें कि संसद के मानसून सत्र के शुरुआत से ही दोनों सदनों में हंगामा जारी है। विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी, जीएसटी जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रहा है। इसको लेकर मानसून सत्र में हंगामा भी जारी है। पिछले दिनों कांग्रेस के चार सांसदों ने सदन में प्लेकॉर्ड दिखाया था, जिसके बाद इन सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। वहीं राज्यसभा से भी विपक्ष के 23 सांसद निलंबित चल रहे हैं।