तमिलनाडु भगदड़ मामला: मरने वालों की संख्या 40 हुई, पीएम मोदी-स्टालिन ने मुआवज़े की घोषणा की
तमिलनाडु के करूर में हुई भगदड़ में घायल एक व्यक्ति की सरकारी अस्पताल में मौत हो जाने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 40 हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को घोषणा की कि करूर भगदड़ में मारे गए 39 लोगों के परिवारों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये मिलेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दुखद घटना में घायल हुए लोगों के लिए 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि की भी घोषणा की।
एक पोस्ट साझा करते हुए, पीएमओ ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के करूर में एक राजनीतिक रैली में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।"
इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु के करूर में टीवीके प्रमुख और अभिनेता विजय की जनसभा के दौरान हुई भगदड़ में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी। उन्होंने इस घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी।
पीएम मोदी ने एक पोस्ट में कहा, "तमिलनाडु के करूर में एक राजनीतिक रैली के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं इस कठिन समय में उन्हें शक्ति प्रदान करने की कामना करता हूं। सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।"
मृतकों की संख्या बढ़ने पर अभिनेता-राजनेता विजय के नेतृत्व वाली तमिलगा वेत्री कझागा पार्टी ने मदुरै स्थित मद्रास उच्च न्यायालय की खंडपीठ में याचिका दायर कर करूर भगदड़ की स्वतंत्र जांच की मांग की।
घटना में किसी साजिश का आरोप लगाने से बचते हुए टीवीके के उप महासचिव निर्मल कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि पार्टी ने घटना की निष्पक्ष जांच के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। उन्होंने कहा, "न्यायाधीश कल दोपहर 2.15 बजे मामले की सुनवाई के लिए सहमत हो गए हैं। उसके बाद हम अपना बयान आधिकारिक रूप से जारी करेंगे।"
इससे पहले दिन में तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव पी सेंथिल कुमार ने कहा कि 39 लोगों की मौत हो गई है और 67 लोगों का इलाज चल रहा है।
सेंथिल कुमार ने जीएच में मरीजों से मिलने के बाद संवाददाताओं से कहा, "इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में 39 लोगों की मौत हुई है - 17 महिलाएं, 13 पुरुष, 4 लड़के और 5 बच्चियां। 30 (39 मृतकों में से) का पोस्टमॉर्टम हो चुका है और शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं।"
भर्ती मरीजों के बारे में उन्होंने बताया कि 26 लोगों का ओपीडी में इलाज किया गया और उन्हें छुट्टी दे दी गई। 67 भर्ती मरीजों में से 2 की हालत गंभीर थी। बाकी सभी की हालत स्थिर थी। एक मरीज को आगे के इलाज के लिए मदुरै जीएच में स्थानांतरित कर दिया गया।
बता दें कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी पीड़ितों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये और अस्पतालों में इलाज करा रहे लोगों को एक-एक लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री स्टालिन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं, जबकि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने करूर की त्रासदी पर गहरा शोक व्यक्त किया है। शनिवार को अभिनेता और टीवीके (तमिलगा वेत्री कझगम) प्रमुख विजय की रैली के दौरान मची भगदड़ में 39 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
रविवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर स्टालिन ने भावुक संदेश में लिखा, “रातभर अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों के आंसू और उनके दुःख से भरे रोने की पीड़ा मेरे दिल से नहीं निकली है।"
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवज़ा और घायल प्रत्येक व्यक्ति को 1-1 लाख रुपये सहायता राशि दी जाएगी।
इस बीच, तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष नैनार नागेन्द्रन रविवार को करूर के सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचे, जहां भगदड़ में घायल हुए लोगों का इलाज चल रहा है और पीड़ितों के शव पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंपे जा रहे हैं।
तमिलनाडु भाजपा ने भी अगले दो दिनों के लिए सभी पार्टी कार्यक्रमों को रद्द करने का आह्वान किया।
भाजपा ने कहा, "करूर में हुई हृदय विदारक मौतें एक दुखद घटना है। यह क्षति अपूरणीय है। इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। जिन लोगों ने इस दुख को झेला है, उनके परिवारों को सांत्वना देने के लिए शब्द नहीं हैं। आइए ईश्वर से प्रार्थना करें कि अस्पताल में इलाज करा रहे सभी भाई-बहन पूरी तरह स्वस्थ हो जाएँ। भाजपा की राज्य इकाई ने कहा, "हमारे प्रदेश अध्यक्ष के निर्देशानुसार, भारतीय जनता पार्टी द्वारा अगले दो दिनों के लिए निर्धारित सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।"
इस घटना के बाद भाजपा नेता के. अन्नामलाई ने तमिलनाडु सरकार और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने हादसे को “बेहद चौंकाने वाला” और “अत्यधिक निंदनीय” बताया।
अन्नामलाई ने पोस्ट में लिखा, “करूर में विजय की रैली के दौरान भगदड़ से बच्चों सहित करीब 40 लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। कई अन्य घायल होकर अस्पतालों में भर्ती हैं। सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सभी घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करे और मृतकों के परिजनों को पूरी मदद मिले।”
उन्होंने आरोप लगाया कि रैली के दौरान बिजली आपूर्ति बाधित हुई, जिससे अफरा-तफरी और बढ़ गई। अन्नामलाई ने कहा कि पुलिस को भीड़ का सही अनुमान लगाकर पर्याप्त बल और उपयुक्त स्थल की व्यवस्था करनी चाहिए थी।
भाजपा नेता ने मांग की कि इस हादसे की पूरी जांच हो, और यदि पुलिस व्यवस्था या बिजली आपूर्ति में खामियां पाई जाती हैं तो जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा, “डीएमके सरकार अपने नेताओं के कार्यक्रमों के लिए तो पूरे जिले की पुलिस तैनात कर देती है, लेकिन विपक्षी दलों के आयोजनों में सुरक्षा इंतज़ाम नाकाफी होते हैं। यह बेहद निंदनीय है।”