राजद से अलग किए जाने के बाद बोले तेज प्रताप, 'मुझे सेकंड लालू बोलते हैं, इसलिए विरोधी जल रहे'
इन दिनों बिहार की राजनीति में लालू परिवार के बेटों का झगड़ा छाया हुआ है। लालू परिवार के दोनों बेटों तेजप्रताप और तेजस्वी के बीच काफी दिनों से कुछ ठीक नहीं चल रहा है। छोटे भाई तेजस्वी यादव ने बड़े भाई तेज प्रताप यादव को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से साइडलाइन कर दिया है। आजतक की खबर के मुताबिक, इसके बाद तेज प्रताप पहली बार कैमरे के सामने आए और कहा, 'मां और बहन का नाम स्टार प्रचारक की लिस्ट में नहीं होने से दुखी हूं, मुझे सत्ता का लोभ नहीं है, मैं बस जनता के लिए काम करना चाहता हूं.' इतना ही नहीं, तेज प्रताप ने ये भी कहा कि लोग उनकी लोकप्रियता से जलते हैं।
लिस्ट में नाम नहीं होने पर तेज प्रताप ने कहा, 'ये लिस्ट कौन जारी करता है, ये तो दल के लोग बताएंगे. नाम रहना चाहिए था, ये फैक्टर है. संगठन में माताजी सर्वश्रेष्ठ हैं और नारियों का सम्मान करते हुए उनका नाम रहना चाहिए था।' उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने उनकी मां का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल नहीं किया उनको माफी मांगनी चाहिए।
जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने भी उपचुनाव में कैंडिडेट उतारे हैं और समर्थन दिया है तो तेज प्रताप ने इन्हें महज अफवाह बताया. उन्होंने कहा, 'किसी चैनल या प्रेस कॉन्फ्रेंस में तो हमने कहा नहीं है कि हमने कैंडिडेट उतारा है. अफवाह वही लोग उड़ाते हैं जो हमसे जलते हैं, जो हमारी काबिलियत को देखते हैं. हम जनता के बीच डायरेक्ट मिलने का काम करते हैं। हो सकता है कि हमारी लोकप्रियता से जलन होता होगा।'
उनसे पूछा गया कि कई लोग ऐसा भी कहते हैं कि आप पार्टी का हिस्सा नहीं हैं, इस सवाल पर उन्होंने कहा, 'संगठन में बहुत तरीके के लोग रहते हैं, लेकिन जिनको जलन होती है, वो जलते रहें. हम तो अपना काम करेंगे. अब मैं थोड़ी उनसे पूछने जा रहा हूं कि वो क्या करते हैं, क्या नहीं करते हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'जो 'जो हीरा होगा वही अंधेरे में चमकेगा, जो हीरा नहीं होगा वो क्या चमकेगा? अंधेरे में कभी भी कोयला चमकता है क्या?'
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले तेज प्रताप ने कहा था कि कुछ लोग लालू प्रसाद यादव को दिल्ली से आने नहीं दे रहे हैं, लेकिन वो 20 अक्टूबर को पटना आ रहे हैं। इस सवाल पर उन्होंने कहा, 'पिताजी पहले आ तो जाएं। आ जाएंगे तो बिहार की जनता को बहुत बड़ा सौभाग्य मिलेगा। एक हीरा मिलेगा, एक बहुत बड़ी सौगात मिलेगी, हम तो स्वागत करते हैं कि कल ही आ जाएं, आ जाएं, हम ही चले जाएं, लेकर आ जाएं।'