EC से पहले चुनाव तारीखों के ऐलान पर घिरी भाजपा, कांग्रेस ने बताया ‘सुपर इलेक्शन कमीशन’
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के ट्वीट को लेकर विपक्षी दलों ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। दरअसल, मंगलवार को कर्नाटक चुनाव को लेकर चुनाव आयोग के द्वारा तारीखों के ऐलान करने से पहले ही अमित मालवीय ने अपने ट्विटर में तारीखों की घोषणा कर दी। उनके इस ट्वीट के बाद कांग्रेस सहित अन्य दलों ने भाजपा पर हमला बोला है।
कांग्रेस नेता आरएस सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा 'सुपर इलेक्शन कमीशन' बन गया है क्योंकि उन्होंने चुनाव आयोग से पहले कर्नाटक की चुनाव तारीखों की घोषणा की है। उन्होंने आगे लिखा कि अब चुनाव आयोग की विश्वसनीयता की परीक्षा है। क्या चुनाव आयोग अब ईसी की गोपनीय जानकारी को लीक करने को लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को नोटिस जारी करेगा और भाजपा आईटी प्रमुख के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेगा?
BJP becomes the ‘Super Election Commission’ as they announce poll dates for Karnataka even before the EC.
Credibility of EC is on test.
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 27, 2018
Will EC now issue notice to BJP President, Amit Shah & register an FIR against BJP IT Head for leaking EC’s confidential information? pic.twitter.com/i3vU2iJpjH
कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को ये सीधी चुनौती है। प्रश्न यह है क्या संवैधानिक संस्थाओं का डेटा भी भाजपा चुरा रही है?
भाजपा ने चुनाव आयोग से पहले ही कर्नाटक के चुनावों की तारीखों का ऐलान किया।
चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को ये सीधी चुनौती है।प्रश्न यह है-
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 27, 2018
1.क्या संवैधानिक संस्थाओं का डेटा भी भाजपा चुरा रही है?
2. क्या चुनाव आयोग श्री अमित शाह को नोटिस देगा और भाजपा के IT सेल पर FIR दर्ज करवाएगा? pic.twitter.com/mmzTjIAQqW
कांग्रेस नेताल मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “अमित मालवीय ने कर्नाटक चुनाव की तारीख को 11 बजे ट्वीट किया। इसका मतलब है कि भाजपा चुनाव आयोग को मतदान की तारीख बताती है। मैं चुनाव आयोग को संविधान और कानून के अनुसार काम करने की अपेक्षा करता हूं, और सूचना लीक को नहीं होने देना चाहता। ऐसी बात इससे पहले कभी नहीं हुई।”
अमित मालवीय ने क्या लिखा था?
जिस वक्त दिल्ली में चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी। उसी दौरान सुबह 11 बजकर 8 मिनट पर मालवीय ने ट्वीट किया। जबकि मुख्य चुनाव आयुक्त ने तब तक तारीखों का ऐलान नहीं किया था। मालवीय ने ट्वीट किया कि कर्नाटक में 12 मई को वोटिंग होगी और मतगणना 18 मई को होगी। हालांकि अमित मालवीय के इस ट्वीट को लेकर जब सवाल उठने लगे तब उन्होंने कुछ मिनटों में ही ट्वीट डिलीट कर दिया।
चुनाव आयोग ने क्या कहा?
इस संबंध में चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत से सवाल पूछा गया तब उन्होंने उचित कार्रवाई करने की बात कही है।
12 मई को चुनाव
बता दें कि निर्वाचन आयोग ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान कर दिया है। केन्द्रीय चुनाव आयोग ने बताया कि राज्य में 12 मई को चुनाव होंगे और 15 मई को नतीजे आएंगे। राज्य में एक ही चरण में मतदान होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 17 अप्रैल को चुनावों की अधिसूचना जारी होगी। इसके बाद 24 अप्रैल नॉमिनेशन दाखिल करने के लिए आखिरी तारीख है, जिसकी जांच 25 अप्रैल तक कर ली जाएगी, जबकि उम्मीदवारों के नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 27 अप्रैल होगी।
चुनाव आयुक्त ने बताया कि राज्य में 4 करोड़ से ज्यादा लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। वहीं, सभी पोलिंग बूथों पर ईवीएम के साथ वीवीपैट मशीनों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। ओपी रावत ने यह भी बताया कि राज्य में 56,696 पोलिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे, जिसमें 450 स्टेशनों का पूरा प्रबंधन महिला अधिकारियों के जिम्मे होगा। यहां हर परिवार को एक वोटर गाइड और हर मतदाता को फोटो वोटर स्लिप दिया दिया जाएगा।