हरियाणा में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नहीं हुआ नेता प्रतिपक्ष के नाम का फैसला, अब सोनिया लेंगी निर्णय
4 नवम्बर से शुरू होने वाले हरियाणा विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस अपने विधायक दल के नेता का चयन कर लेगी जिसे लेकर आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक की गई है। इस दौरान सभी ने सर्वसम्मति से ये फैसला किया कि हाईकमान द्वारा यानि सोनिया गांधी द्वारा नेता प्रतिपक्ष को चुना जाएगा। इस बैठक में गुलाम नबी आजाद , मधुसूदन मिस्त्री , कुमारी शैलजा, किरण चौधरी सहित हरियाणा कांग्रेस के सभी मंत्री बैठक में मौजूद रहे। सूत्रो के अनुसार बैठक में कुलदीप बिश्नोई, बिशन लाल सैनी मौजूद नहीं थे।
बैठक से पहले कुमारी शैलजा ने अपने एक बयान में कहा है कि विधायको के साथ मंत्रणा करने के बाद ही विधायक दल के नेता के नाम पर फैसला लिया जाएगा और पार्टी के आगामी कार्यक्रमो की रूपरेखा तैयार की जाएगी वहीं किरण चौधरी ने नेता प्रतिपक्ष के नाम पूछने पर कहा कि विधायक दल के नेता के चुनाव का अधिकार पार्टी आला कमान को ही है।
कांग्रेस हाईकमान द्वारा हरियाणा में नेतृत्व परिवर्तन दौरान विधानसभा चुनाव से पहले किरण चौधरी को विधायक दल के नेता पद से हटाकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विधायक दल का नेता नियुक्त करते हुए यह स्पष्ट कर दिया था कि विधायक दल का नेता होने के नाते नेता प्रतिपक्ष भी होंगे। इसी दौरान हरियाणा में विधानसभा चुनावों का कार्यक्रम घोषित हो गया। जिसके चलते विधानसभा द्वारा हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की अधिसूचना जारी नहीं हो सकी। इस बार हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को 31 सीटों पर जीत हासिल हुई है। चुने गए विधायकों में ज्यादातर हुड्डा गुट के ही विधायक हैं, जिसके चलते इस बार उनका रास्ता साफ है।
31 कांग्रेस विधायक सदन में होंगे मौजूद
सदन में भी इस बार कांग्रेस विधायकों की संख्या 31 है, जिनमें से कई विधायक धुरंधर माने जाते हैं जबकि सत्तापक्ष की तरफ से अधिकांश चेहरे नए हैं तो ऐसे में सदन में नजारा रोचक ही रहेगा। दूसरी ओर सदन के बाहर भी कांग्रेस सरकार को घेरने की रणनीति पर मंथन करने जा रही है जिसके चलते विधायक दल की बैठक के बाद दोपहर में पार्टी की बैठक होगी और सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। 5 से 15 नवम्बर तक कांग्रेस सरकार के खिलाफ लगातार आंदोलन छेडऩे जा रही है, आंदोलन की रूपरेखा क्या रहेगी, यह आज बैठक में तय किया जाएगा।