नोटबंदी था बड़ा घोटाला, इससे पीएम के दोस्तों को हुआ फायदा: राहुल गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी पर अपना पक्ष रखने के लिए केंद्र सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया। इसकी मियाद खत्म होने पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कठघरे में खड़ा किया। शाम को एक प्रेस कांफ्रेस में राहुल गांधी ने कहा कि अाखिर प्रधानमंत्री ने नोटबंदी क्यों की? इसका मकसद साफ था कि छोटे कारोबारियों, लघु दुकानदारों का पैसा छीनकर बड़े क्रोनी कैपिटलिस्ट की जेब में पैसा डालना। जिन बड़े 15-20 बड़े उद्योपतियों ने बैंक का कर्जा लिया था और नहीं लौटाया। उन्हें सीधे तौर पर फायदा पहुंचाया गया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी का इरादा देश के बड़े उद्योगपतियों के काले धन को सफेद करना था, इसलिए नोटबंदी कोई गलती नहीं थी, नोटबंदी जानबूझकर बड़े उद्योगिक घरानों के लिए रास्ता खोलने के मकसद से की गई थी। अहमदाबाद जिला को-ऑपरेटिव बैंक, जिसके डायरेक्टर अमित शाह हैं उस बैंक ने 750 करोड़ रुपये के पुराने नोट बदले।नोटबंदी देश के छोटे और मध्यम कारोबारियों पर आक्रमण था। इसका कोई रिजल्ट नहीं आया। इससे देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा। पीएम को बताना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ। इससे दो प्रतिशत जीडीपी और करोड़ों लोगों का रोजगार गया।
कालेधन को सफेद किया
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी से काले धन को सफेद किया गया। नोटबंदी बहुत बड़ा घोटाला था। इसके लिए माफी नहीं दी जा सकती। माफी जब मांगी जाती है जब गलती होती है। पीएम मोदी ने गलती नहीं की बल्कि जानबूझकर ऐसा किया।
राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं पर अनिल अंबानी द्वारा कांग्रेस नेताओं पर किए गए मानहानि के मुकदमों पर कहा कि जिनते भी मानहानि के मुकदमे करने हैं कर लें, सच्चाई बदलने वाली नहीं है।
पीएम के झूठ को पकड़ते हैं
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पीएम झूठ बोलते हैं तो हम उनके झूठ को पकड़ते हैं। पीएम के झूठे वादों की लिस्ट है। कांग्रेस तो केवल इन्हें उजागर कर रही है। राहुल गांधी ने राफेल डील पर कहा कि सरकार झूठ बोल रही है। इस सौदे में तथ्यों को छुपाया जा रहा है। अनिल अंबानी ने कभी हवाई जहाज नहीं बनाया। अनिल अंबानी ने कंपनी कुछ ही दिन पहले खोली। दूसरी तरफ 70 साल से एक कंपनी हवाई जहाज बना रही है जो हवाई जहाज 520 करोड़ का था उसे 1600 करोड़ का क्यों खरीदा? राहुल गांधी ने कहा कि पूरा विपक्ष और कांग्रेस पार्टी राफेल डील पर संयुक्त संसदीय कमिटी(जेपीसी) गठित करने पर राजी है। भाजपा इससे दूर क्यों भाग रही है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा है कि नोटबंदी के दौरान बंद हुए लगभग सभी पुराने नोट वापस आ चुके हैं। रिजर्व बैंक ने कहा है कि कुल 99.30 फीसदी 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट वापस आ चुके हैं।