पक्के कांग्रेसी के कायल हुए मोदी, दामादों पर ली चुटकी
इस अवसर पर कांग्रेस और अन्य दलों के नेताओं के साथ मंच साझा करने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि एेसे अंतर्विरोध लोकतंत्र की सुंदरता हैं। उन्होंने कहा, हम (गुलाम नबी आजाद सहित) अभी यहां बैठे हैं, लेकिन कुछ दिन बाद मुक़ाबला होने का इंतजार कीजिए। उनका इशारा 21 जुलाई से शुरू होने जा रहे संसद के मानसून सत्र से था जहां भूमि अधिग्रहण सहित कई मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने की रणनीति बनाए हुए है।
दामादों पर ली चुटकी
कई दलों के नेताओं की मौजूदगी में मोदी परिवारवाद पर हमला करने से भी नहीं चूके। गिरधारी लाल डोगरा और अरुण जेटली के बारे में उन्होंने कहा कि दामाद, ससुर के कारण नहीं और ससुर दामाद के कारण नहीं जाने जाते। वरना इतने समय में कभी तो अरूण जी का मन किया होगा... लेकिन दोनों ने एक दूसरे को इससे अलग रखा। आज तो हम जानते हैं कि दामादों के कारण क्या-क्या बातें होती हैं। गिरधारी लाल जी ने जीवन में पल पल मर्यादाओं का पालन किया। कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा,''डोगरा साहब की लोग बड़ी इज्जत करते थे, यही कारण है कि वह कभी चुनाव नहीं हारे।''
परिवारवाद पर चोट करते हुए मोदी ने कहा, मैंने राजनीतिक से जुड़ी गिरधारी साहब की जितनी तस्वीर देखी है, उसमें उनके परिवार का एक भी व्यक्ति नजर नहीं आया। इतने लम्बे समय तक सार्वजनिक जीवन और सत्ता के गलियारे में रहने तथा देश के शुरूआती सभी प्रधानमंत्रिायों से निकट संबंध होने के बाद भी एक भी तस्वीर में परिवार का कोई सदस्य नजर नहीं आया। सिर्फ अंत्येष्टि की तस्वीर में परिवार के सदस्य थे।