कश्मीर पर मध्यप्रदेश में बोले मोदी, युवाओं के हाथ में पत्थर नहीं लैपटॉप हो
कार्यक्रम की शुरुआत के बाद मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए देशभक्ति और राष्ट्रप्रेम पर बात की। उन्होंने कहा कि हमारा झंडा हमें भारत के भविष्य को बदलने के लिए प्रेरित करता है। अपने संबोधन में पीएम ने कश्मीर के हालात का भी जिक्र किया। उन्होंने कश्मीर में शांति की अपील करते हुए कहा, जिन युवाओं के हाथ में लैपटॉप होने चाहिए थे उन्हें पत्थर पकड़ा दिए गए। उन्होंने कहा, कश्मीर अमन चाहता है, हम कश्मीर में विकास चाहते हैं। हम हर परेशानी का रास्ता विकास से ढूंढना चाहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा, जो आजादी हिंदुस्तान के अन्य हिस्सों में है, वैसी ही आजादी कश्मीरी भी महसूस करें। हम चाहते हैं कि हर कश्मीरी युवा का भविष्य चमकता हुआ हो।
मोदी ने कहा कि सभी भारतीय कश्मीर जाना चाहते हैं और उस स्वर्ग का आनंद लेना चाहते हैं। हम कश्मीर को निकालकर ऊंचाईयों पर ले जाना चाहते हैं। मैं वहां की सरकार को बधाई देना चाहता हूं कि हालात प्रतिकूल होने के बावजूद अमरनाथ की यात्रा अच्छे से चल रही है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों ने एक स्वर में बोला है। उन्होंने कहा, मैं कांग्रेस का विशेष रूप से धन्यवाद देता हूं। यही भारत की पहचान है। कश्मीर के लोग शांति चाहते हैं। पीएम इससे पहले शनिवार को गाय व गौरक्षा और रविवार को तेलंगाना में दलितों के मुद्दे पर अपनी बात कह चुके हैं। उन्होंने कहा, कभी-कभी पीड़ा होती है कि जिन युवाओं के हाथ में लैपटॉप, क्रिकेट बैट, किताब होने चाहिए, आंखों में सपने होने चाहिए, उन निर्दोषों के हाथ में पत्थर पकड़ा दिए जाते हैं।
इससे पहले मोदी ‘जरा याद करो कुर्बानी’ अभियान के शुभारंभ के लिए आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले के भाबरा (चंद्रशेखर आजाद नगर) गांव पहुंचे। कार्यक्रम की शुरूआत से पहले उन्होंने चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। आजाद को श्रद्धांजलि देने के बाद उन्होंने शहीद स्मारक का दौरा भी किया। इस अवसर पर उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह वीरों की भूमि है। कार्यक्रम को राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी संबोधित किया। मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जो शहीद चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली पहुंचे हैं। कश्मीर मुद्दे पर विरोधियों व विपक्ष की आलोचना का सामना कर रहे मोदी ने आज का अपना संबोधन कश्मीर पर केंद्रित रखा।