यह केवल महाराष्ट्र के किसानों का मुद्दा नहीं, बल्कि पूरे भारत का है: राहुल गांधी
महाराष्ट्र में हजारों की तादात में किसान कर्जमाफी सहित अन्य मांगों को लेकर सड़क पर उतर आए हैं। इस बीच कई राजनीतिक दलों ने भी अखिल भारतीय किसान सभा के इस विरोध प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है।
किसानों के आंदोलन को समर्थन करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यह केवल महाराष्ट्र के किसानों का मुद्दा नहीं है, बल्कि पूरे भारत में किसानों की यही समस्या है।
This is not an issue of Maharashtra farmers alone but of farmers all over India: Congress President Rahul Gandhi on All India Kisan Sabha protest in #Maharashtra (file pic) pic.twitter.com/wPcdqYSct0
— ANI (@ANI) March 12, 2018
उन्होंने कहा कि मुंबई में किसानों का जनसैलाब जनता की ताकत का अद्भुत उदाहरण है। कांग्रेस पार्टी केंद्र और राज्य सरकार के निष्ठुर रवैये के खिलाफ किसानों और आदिवासियों के संघर्ष में उनके साथ खड़ी है। प्रधानमंत्रीजी और मुख्यमंत्रीजी को अपने अहं को भूलकर उनकी जायज मांगों को मानना चाहिए।
मुंबई में किसानों का जनसैलाब जनता की ताकत का अद्भुत उदाहरण है। कांग्रेस पार्टी केंद्र और राज्य सरकार के निष्ठुर रवैये के खिलाफ किसानों और आदिवासियों के संघर्ष में उनके साथ खड़ी है। प्रधानमंत्रीजी और मुख्यमंत्रीजी को अपने अहं को भूलकर उनकी जायज़ मांगों को मानना चाहिए।
— Office of RG (@OfficeOfRG) March 12, 2018
बता दें कि संपूर्ण कर्जमाफी सहित कई मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा की तरफ से निकाला गया 30 हजार से अधिक किसानों का लॉन्ग मार्च सोमवार तड़के मुंबई के आजाद मैदान पहुंच गया। किसान विधानसभा का घेराव करेंगे। किसानों के इस प्रदर्शन को कई राजनीतिक दलों ने भी अपना समर्थन दिया है। रविवार को शिवसेना और राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने किसानों के साथ खड़े होने की घोषणा की। इधर कांग्रेस ने पहले ही इस मोर्चे को अपना समर्थन दे दिया है।
कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने ट्वीट कर कहा, ''सरकार के खिलाफ किसानों के इस संघर्ष में कांग्रेस पार्टी उनके साथ है। मुख्यमंत्री को किसानों से बात करनी चाहिए और उनकी मांगों को स्वीकार करना चाहिए।''
दरअसल, किसानों ने पूरे कर्ज और बिजली बिल माफी के अलावा स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने की मांग रखी है। किसानों का कहना है कि सरकार ने किसानों से किए गए वादों को पूरा न करके उनके साथ धोखा किया है।