उत्तर प्रदेश में बढ़ी कांग्रेस की मुसीबत, प्रियंका गांधी पर लगे कई आरोप
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और ब्राम्हण महासभा के समन्वयक पंडित विनोद मिश्रा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। मिश्रा उत्तरप्रदेश कांग्रेस के पूर्व महासचिव रह चुके हैं और वह राज बब्बर के कार्यकाल में लखनऊ जिला के प्रभारी थे। अपने बयान में मिश्रा ने अपने इस्तीफा के लिए पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी को जिम्मेदार ठहराया है। गांधी पर उन्होंने कई आरोप भी लगाए हैं।
मिश्रा ने अपने बयान में आरोप लगाया है कि 'उत्तर प्रदेश कांग्रेस को पहले से ही वामपंथी नेताओं के हाथों में सौंप दिया गया है। अब वही लोग सबकुछ संभाल रहे हैं और सौ साल से भी ज्यादा पुरानी पार्टी के लिए, जो कि देश के स्वतंत्रता आंदोलन की पहचान है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।' उनके अनुसार पार्टी अपनी नीतियों से भटक गई है और सिर्फ 'वाड्रा' को बचाने में लगी हुई है। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू )को भेज दिया है।
मिश्रा फेसबुक पर लिखा, "यूपी कांग्रेस को पहले ही वामपंथी नेताओं को सौंप दिया गया है और अब वे सब कुछ प्रबंधित कर रहे हैं जो कि उस सदियों पुरानी पार्टी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है जो देश के स्वतंत्रता आंदोलन का प्रतीक था।"
उन्होंने इस बात इनकार किया है कि वह किसी दूसरी पार्टी का दामन थामने जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि अब वह अपना पूरा वक्त ब्राह्मण महासभा को मजबूत करने में लगाएंगे। बता दें कि सूबे में कांग्रेस अपने पुराने वोट बैंक को वापस लाने की कवायद कर रही है, ऐसे में एक ब्राह्मण नेता का इस प्रकार पार्टी छोड़ना सही संकेत नहीं है।