ममता बनर्जी ने माकपा, कांग्रेस पर पश्चिम बंगाल में भाजपा के साथ मिलकर काम करने का लगाया आरोप
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की बैठक के कुछ दिनों बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस की भूमिका की आलोचना की।
बनर्जी ने कहा कि वह तो केंद्र में भाजपा के खिलाफ एक बड़ा विपक्षी गठबंधन बनाने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन माकपा और कांग्रेस पश्चिम बंगाल में भाजपा के साथ मिलकर काम करने का प्रयास करके इसमें बाधा उत्पन्न कर रही हैं।
पंद्रह विपक्षी दलों ने शुक्रवार को पटना में आयोजित बैठक में केंद्र में भाजपा को हराने के लिए 2024 का लोकसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने का संकल्प लिया था। वे संयुक्त रणनीति बनाने के लिए अगले महीने शिमला में बैठक करेंगे। वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) ने विपक्षी एकजुटता की इस पूरी कवायद पर यह कहकर प्रश्नचिह्न भी लगा दिया कि दिल्ली से संबंधित केंद्र के अध्यादेश पर कांग्रेस के अपना रुख स्पष्ट करने तक वह उसकी मौजूदगी वाली किसी भी विपक्षी बैठक में शामिल नहीं होगी।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख बनर्जी ने सोमवार को यहां पंचायत चुनाव के लिये एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम केंद्र में भाजपा के खिलाफ एक महागठबंधन (महाजोट) बनाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन माकपा और कांग्रेस बंगाल में भाजपा के साथ मिलकर काम करने की कोशिश कर रही हैं। मैं बंगाल में इस नापाक गठजोड़ को तोड़ दूंगी।’’
पिछले दस दिनों में यह दूसरी बार है, जब बनर्जी ने भाजपा के साथ मौन समझौता करने के लिए कांग्रेस और माकपा की आलोचना की है।
बनर्जी के दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘‘भाजपा के खिलाफ लड़ाई में टीएमसी की विश्वसनीयता हमेशा सवालों के घेरे में रही है। हम सभी जानते हैं कि भाजपा के खिलाफ लड़ाई में टीएमसी ने पिछले कुछ वर्षों में क्या भूमिका निभायी है।’’
चौधरी के सुर में सुर मिलाते हुए माकपा ने कहा कि बनर्जी को भाजपा के खिलाफ लड़ने के तरीकों पर वाम दलों और कांग्रेस को उपदेश देने की जरूरत नहीं है।
इस बीच, भाजपा ने राज्य में माकपा और कांग्रेस के साथ किसी भी तरह का समझौता होने के आरोपों को खारिज कर दिया। भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा, ‘माकपा, कांग्रेस और टीएमसी एक ही नाव पर सवार हैं। यह भाजपा है, जो राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लड़ रही है।’