यूपीः BJP विधायक दल के नेता चुने गए योगी आदित्यनाथ, कल लेंगे दूसरी बार सीएम पद की शपथ
यूपी में एक बार फिर योगी सरकार का आधिकारिक ऐलान हो गया है। लखनऊ के लोकभवन में हुई इस विधायक दल की बैठक मे गुरुवार को योगी आदित्यनाथ को बीजेपी विधायक दल का नेता चुन लिया गया। उनके नाम का प्रस्ताव वरिष्ठ नेता सुरेश खन्ना ने रखा। बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित शाह, रघुबर दास और बीजेपी के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहे।
भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश किया। योगी शुक्रवार को राज्य में दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। योगी सरकार- 2.0 का शपथग्रहण समारोह शुक्रवार को शाम 4 बजे इकाना स्टेडियम में होगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पिछले 35 वर्षों में उत्तर प्रदेश में एक भी राजनीतिक दल को लगातार दो बार बहुमत नहीं मिला है। 2014 में, बीजेपी ने नरेंद्र मोदी को भारत के पीएम के रूप में घोषित किया और उनके नेतृत्व में, हमने पहली बार 2017 में यूपी में अपनी सरकार बनाने का सपना देखा।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने पिछले 5 साल में कानून व्यवस्था को मजबूत करने का काम किया है। हमारी सरकार ने राज्य के हर एक व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान की है। योजनाओं का लाभ लेने से पहले हमने किसी का धर्म नहीं पूछा।
योगी आदित्यनाथ ने विधायकों को संबोधित किया और पूरी पार्टी का हृदय से आभार जताया। उन्होंने कहा, मुझे विधायक दल का नेता चुना गया मैं आभारी हूं। इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का भी आभार जताया। उन्होंने कहा, पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह के नेतृत्व में जीत मिली है। उन्होंने पिछली सरकार की तारीफ करते हुए कहा, यूपी में सुरक्षा का बेहतर माहौल बना है। अमित शाह ने संगठन की नींव मजबूत की है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में पहली बार गरीब को लगा कि उसका भी घर बन सकता है। यूपी में अब विकास और रिफॉर्म की बात होती है। चुनाव प्रचार के दौरान विपक्ष ने दुष्प्रचार किया। आज यूपी तेजी से विकास करने वाला राज्य है। सत्ता प्राप्त करना प्रतिष्ठा का विषय नहीं, जनता के विश्वास पर खरा उतरना बड़ी चुनौती थी।
इससे पहले दिल्ली में हुई बैठक में विधायक दल के नेता के चुनाव से लेकर डिप्टी सीएम सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। इसके साथ ही मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले चेहरों पर बात हुई। कुछ मंत्रियों का रिपीट होना तय है हालांकि उनके विभाग बदले जा सकते हैं।