एनपीए पर भाजपा का कांग्रेस पर हमला, कहा-यूपीए ने खराब किया बैंकिंग सिस्टम
भाजपा ने नैशनल हेराल्ड मामले और आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के बयान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर जमकर हमला बोला है। मंगलवार को भाजपा ने कहा कि इससे कांग्रेस के भ्रष्टाचार का साफ पता चलता है।
समाचार एजेंसी एएआई के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राजन ने एस्टिमेट कमिटी को बताया सबसे अधिक बैड लोन 2006-2008 के बीच दिया गया था। बता दें कि रघुराम राजन ने बैंकों के अधिक नॉन परफॉर्मिंग ऐसेट्स (एनपीए) के लिए बैंकर्स और आर्थिक मंदी के साथ फैसले लेने में यूपीए-एनडीए सरकार की सुस्ती को भी जिम्मेदार बताया है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि 10 सितंबर की तारीख कांग्रेस और उसकी नीतियों का पर्दाफाश कर चुकी है। उन्होंने कहा- रघुराम राजन ने बताया कि कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों के चलते ही एनपीए बढ़ा और बैंक बदहाल हुए। वहीं, दिल्ली हाईकोर्ट ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी की याचिका रद्द कर उनका चरित्र जनता के सामने ला दिया।
बता दें कि राहुल गांधी ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर 2011-12 के उनके टैक्स निर्धारण की फाइलें दोबारा खोले जाने को चुनौती दी थी। कोर्ट ने सोमवार याचिका खारिज कर दी। इस पर स्मृति ईरानी ने कहा, “राहुल गांधी ने यंग इंडियन कंपनी खोली। इसका काम मुनाफे और घाटे का नहीं था। लेकिन इसने कमर्शियल कंपनी नेशनल हेराल्ड खरीदी। इसका जवाब राहुल गांधी को देना चाहिए।”
‘अखबार प्रकाशित करने का मकसद नहीं तो कंपनी क्यों खरीदी’
उन्होंने कहा कि अखबार प्रकाशित करने का मकसद नहीं तो कंपनी क्यों खरीदी नेशनल हेराल्ड कंपनी को जब खरीदा गया तो तथ्य सामने आता है कि इस कंपनी को कांग्रेस की ओर से 90 करोड़ लोन दिया गया। किसी ने आज तक ऐसा उदाहरण नहीं देखा होगा कि ऐसी कंपनी जिसका काम मुनाफा और घाटे का न हो वह किसी कंपनी का लोन खरीदे। एसोसिएट्स जनरल नेशनल हेराल्ड समेत कांग्रेस के कई मुख्यपत्र प्रकाशित करता है। एक रिपोर्टर राहुल गांधी से इस बारे में सवाल पूछता है तो वे कहते हैं कि उनकी कंपनी का अखबार प्रकाशित करने का कोई मकसद नहीं है। राहुल का यह बयान 2012 में भी छपा। राहुल 50 लाख में कंपनी को खरीदने का क्या मकसद? जब अखबार छापना ही नहीं था।
‘एनपीए के लिए कांग्रेस जिम्मेदार’
वहीं रघुराम राजन के बयान कतो लेकर भी इरानी ने जमकर हमला बोला। रघुराम राजन ने संसदीय समिति को दिए जवाब में कहा कि सबसे अधिक बैड लोन 2006-2008 के बीच दिया गया। इरानी ने कहा, 'इससे साबित होता है कि बैंकों के एनपीए के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका वाड्रा टैक्सपेयर्स का पैसा बर्बाद करना चाहते थे।' उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार में भारतीय बैंकिंग सिस्टम पर हमला हुआ। बता दें कि राजन ने एस्टिमेट कमिटी के चेयरमैन मुरली मनोहर जोशी को भेजे नोट में बताया है कि सबसे अधिक बैड लोन 2006-2008 के बीच दिया गया था, जब आर्थिक विकास मजबूत था और पावर प्लांट्स जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रॉजेक्ट्स समय पर बजट के भीतर पूरे हो गए थे।