चीन से झड़प पर संसद में हंगामा, खड़गे ने याद दिलाया गलवान, अधीर बोले- नहीं कर सकते रक्षा तो कुर्सी छोड़ें अमित शाह
अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय एवं चीनी बलों के बीच हुई झड़प को लेकर मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ. लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के भारी हंगामे के बीच दोनों सदनों को स्थगित कर दिया गया। इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी सरकार को घेरने की कोशिश की। खड़गे ने संसद में भारत-चीन झड़प पर बोलते हुए कहा कि चीन ने हमारी सीमा में घुसपैठ की है, जिस पर उपसभापति ने कहा कि रक्षा मंत्री इस मामले पर जवाब देंगे तब तक इंतजार करें।
खड़गे ने कहा कि हमें सदन के नेता और राज्यसभा के उपसभापति ने कहा कि हमें स्पष्टीकरण का मौका दिया जाएगा लेकिन उन्होंने नहीं दिया और हमारी बात सुनने को तैयार नहीं थे। यह देश के लिए अच्छा नहीं है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जब उन्होंने हमें स्पष्टीकरण नहीं दिया तो विपक्षी दलों के सभी नेताओं ने वॉकआउट करने का फैसला किया। हम अपने देश की एकता और अखंडता के लिए एक साथ खड़े हैं, हम अपने सैनिकों के साथ हैं। खड़गे ने कहा उन्होंने (रक्षा मंत्री) अपना बयान पढ़ा और बाहर चले गए। वह किसी स्पष्टीकरण या चर्चा के लिए तैयार नहीं थे।
इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने 2020 में गलवान घाटी में हुए हमले को लेकर भी केंद्र पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ''20 जून 2020 को चीन ने घुसपैठ की थी लेकिन पीएम मोदी ने कहा कि इस तरह की कोई घुसपैठ नहीं हुई है। यहां तक कि हमारे क्षेत्र से पीछे हटने के लिए चीनियों के साथ चल रही बातचीत भी रुक गई है और कोई नई तारीख तय नहीं बताई गई है। अप्रैल 2020 तक यथास्थिति सुनिश्चित करने की मांग के बावजूद, चीन ने हमारे क्षेत्र को खाली करने से इनकार कर दिया है।''
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधनी ने भी इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा, ''एक बार प्रधानमंत्री केयर फंड का जायजा लिया जाए, उसमें जिन लोगों ने चंदा दिया है, उनकी सूची निकाली जाए और देखा जाए कि कितनी चीनी कंपनियों ने चंदा दिया है।''
इसके साथ ही उन्होंने अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, ''जब 12 बजे गृह मंत्री के बयान दिए जाने की बात की गई तो किस हैसियत से गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही बोल दिया कि कुछ नहीं हुआ सीमा पर?'' उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अगर खुद की रक्षा नहीं कर पा रहे हैं तो कुर्सी छोड़ दें।