देशवासियों के नाम पत्र लिखकर वरुण ने कही अपनी बात
अभिषेक वर्मा से मुलाकात के बारे में वरुण ने जिक्र किया है कि वर्मा से मेरी पहली मुलाकात इंग्लैंड में हुई मैं जब वह एक छात्र के रूप में रह रहा था। लेकिन काम के संदर्भ में कोई चर्चा नहीं की। वरुण ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए लिखा है कि एलेन और वर्मा के बीच कुछ व्यापारिक लेन-देन संबंध थे जो बिगड़ गए थे। वरुण ने पत्र में यह भी लिखा है कि मुझे ब्लैकमेल किया गया यह बेतुकी बात है और इससे भी बड़ी बात यह कही गई कि मैंने रक्षा संबंधी संसदीय समिति से अत्यधिक गोपनीय सुरक्षा जानकारी को लीक किया गया। जबकि सभी को यह पता है कि ऐसे संसदीय पैनल के साथ कभी भी कोई संवेदनशील रक्षा जानकारी साझा नहीं की जाती।
वरुण ने लिखा है कि पहली बार निर्वाचित विपक्षी दल के सांसद के रूप में मेरी गोपनीय जानकारी पर कोई पहुंच ही नहीं थी। इसे लीक करने की बात ही छोड़िए। सातवें प्वांइट में वुरुण ने लिखा है कि बिना किसी तथ्य, साक्ष्य तथा औचित्य के मेरे विरुद्व अत्यधिक गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह पूर्णत अनैतिक है कि ऐसे क्षति पहुंचाने वाले आरोपों को बिना किसी जांच, सत्यापन या यहां तक की स्पष्टीकरण के बिना ही सार्वजनिक कर दिया गया है। वरुण ने उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात भी की है जिन्होने इस तरह के आरोप लगाए हैं।