पंजाब में 13 लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न, इन दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला
पंजाब की कुल 13 लोकसभा सीटों के लिए 7 वें चरण में मतदान संपन्न हो गया है। शाम पांच बजे तक 51.84 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। इस सियासी दंगल में ऐसा पहली बार हुआ है कि ‘आप’ सहित डैमोक्रेटिक अलायंस की 6 पार्टियां चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस जहां इन पार्टियों को अनदेखा करते हुए सिर्फ यह दावा कर रही है कि उनकी सीधी लड़ाई अकाली दल से है बाकी राजनीतिक पार्टियां वजूद के मामले में जीरो हैं।
इस बार अकाली दल से जो नेता टूटकर अकाली दल टकसाली में आए हैं उनका राजनीति में कहीं न कहीं कद है। दूसरी ओर अगर आप की बात करें तो यह पार्टी भी किसी न किसी सीट पर सशक्त दावा करती हुई प्रतीत होती है। ऐसे में कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के बीच में ही मुकाबला है यह कहना सार्थक नहीं होगा। बहरहाल रविवार को चुनावी उम्मीदवारों का भविष्य ई.वी.एम. में कैद हो जाएगा और 23 मई को तस्वीर साफ हो जाएगी कि पंजाब की राजनीति किस ओर रुख कर रही है।
अकालियों का गढ़ मानी जाती है बठिंडा सीट, दिलचस्प होगा मुकाबला:
बठिंडा हॉट सीट हर चुनाव में चर्चा का विषय रहती है क्योंकि यह सीट अकाली दल का गढ़ मानी जाती रही है। इसी कारण इस पर लोगों की नजरें जमी रहती हैं। गत विधानसभा चुनाव के दौरान बेशक आम आदमी पार्टी (आप) को इस क्षेत्र से 5 सीटें मिली थीं, लेकिन अगर लोकसभा चुनाव के पिछले परिणामों पर नजर दौड़ाई जाए तो इस बार आम आदमी पार्टी की डगर इस सीट पर इतनी आसान दिखाई नहीं दे रही। ‘आप’ द्वारा इस सीट पर तलवंडी साबो की मौजूदा विधायक प्रो. बलजिंद्र कौर को मैदान में उतारा गया है जो 2017 के विधानसभा चुनाव में हलका तलवंडी साबो से भारी मतों से जीत हासिल कर चुकी हैं। कांग्रेस की तरफ से अमरेंद्र सिंह राजा वंडिग को उम्मीदवार बनाया गया है,जो पहली बार बठिंडा से चुनाव लड़ रहे हैं। पंजाब डैमोक्रेटिक अलांयस की तरफ से सुखपाल खैहरा मैदान में हैं।
खड़ूर साहिब सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला:
लोकसभा हलका खडूर साहिब जिसको अकाली दल के गढ़ के तौर पर जाना जाता है, में प्रमुख पार्टियों किस्मत कल ई.वी.एम. में कैद हो जाएगी। इसपंथक सीट पर पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों में से किसकी जीत और किसकी जमानत जब्त होगी, यह तो चुनाव परिणाम ही बताएंगे। कांग्रेस की तरफ से इस सीट पर जसबीर सिंह डिंपा, अकाली दल की तरफ से बीबी जगीर कौर, पी.डी.ए. की तरफ से परमजीत कौर खालड़ा को चुनाव मैदान में उतारा गया है।
बदल गए है संगरूर के राजनीतिक समीकरण:
इस बार इस क्षेत्र में कई राजनीतिक परिस्थितियां और राजनीतिक समीकरण काफी हद तक बदल चुके हैं, क्योंकि अब न तो आम आदमी पार्टी का पहलेकी तरह बोलबाला नजर आता है और न ही इस बार डेरा प्रेमियों के वोट बैंक संबंधी स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट है। इस कारण इस सीट के समीकरण बदलचुके हैं। इस सीट पर कांग्रेस की तरफ से केवल सिंह ढिल्लों, अकाली दल द्वारा परमिंद्र सिंह ढींडसा, आप द्वारा भगंवत मान तथा पी.डी.ए. द्वारा जस्सीजसराज को उम्मीदवार बनाया गया है।
अद्यौगिक नगरी में दाव पर लगी है इन दिग्गजों की साख:
अद्यौगिक नगरी के तौर पर जाने जाते लुधियाना में इस बार चुनाव मैदान में कांग्रेस की तरफ रवनीत बिट्टू, अकाली दल की तरफ से महेशइंद्र ग्रेवाल,पी.डी.ए. की तरफ से सिमरजीत सिंह बैंस आप की तरफ से तजिंद्र सिंह मैदान में है। अब देखना होगा कि इस चुनाव में कौन बाजी मारता है।
गुरदासपुर में जाखड़ और सन्नी देओल में है कड़ा मुकाबला:
पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ गुरदासपुर से दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। वह तब तक बेहद सुखद स्थिति में थे जब तक भाजपा ने फिल्म अभिनेता सन्नी देओल को वहां से अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया था। राजनीतिक तौर पर सन्नी देओल का सुनील जाखड़ के साथ कोई मुकाबला नहीं है। विनोद खन्ना के गुरदासपुर से चुनाव लडऩे के बाद उक्त हलका भाजपा का एक गढ़ बन गया है। यहां से आप की तरफ से पीटर मसीह चुनाव मैदान में हैं।
सुखबीर और घुबाया के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी फिरोजपुर लोकसभा सीट:
पंजाब की फिरोजपुर लोकसभा सीट बचाए रखना शिअद के लिए प्रतिष्ठा की बात बन गई है जहां से पार्टी अध्यक्ष सुखबीर बादल स्वयं मैदान में हैं और इस संसदीय क्षेत्र में उनका मुकाबला उनके पूर्व सहयोगी और मौजूदा सांसद शेर सिंह घुबाया से है जो कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। इस संसदीय सीट पर जातीय समीकरण हमेशा से ही हावी रहे हैं। वहीं इन दोनों से मुकाबले के लिए आप द्वारा हरजिंद्र काका चुनाव मैदान में है।
चंडीगढ़ में इन उम्मीदवारों के बीच होगी टक्कर :
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस से पवन बंसल, भाजपा से किरण खेर, आप से हरमोहन धवन और आवाज पार्टी से अविनाश शर्मा को खड़ा किया गया है जिनमें आपस में कांटे की टक्कर रहेगी। भाजपा से किरण खेर एक बार फिर सांसद के रूप में अपनी किस्मत अजमाएगी। वहीं भाजपा से चंडीगढ़ लोक सभा सीट के लिए तीन दावेदारों किरण खेर, पूर्व सांसद सत्यपाल जैन और प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन के नाम तय किए गए थे लेकिन टिकट एक बार फिर किरण को मिली है।
2014 में अभिनेत्री किरण खेर ने कांग्रेस के कद्दावर नेता पवन बंसल को हराकर बीजेपी को यहां से जीत दिलाई थी। किरण खेर को 42.20 फीसदी मत शेयर के साथ 1,91,362 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेसी उम्मीदवार पवन कुमार बंसल को 26.84 फीसदी मत शेयर के साथ 1,21,720 वोट हासिल हुए थे। तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार अभिनेत्री गुल पनाग रही थीं, जिन्हें 1,08,679 वोट मिले थे।
इससे पहले 2009 में चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस के पवन कुमार बंसल को जीत मिली थी. बंसल ने बीजेपी उम्मीदवार सत्यपाल जैन को 58,967 वोटों से हराया था। जबकि बीएसपी के हरमोहन धवन तीसरे नंबर पर रहे थे। चंडीगढ़ की अपनी कोई विधानसभा सीट नहीं है।