एएमयू विवाद पर शत्रुघ्न सिन्हा बोले, ‘लोगों की तस्वीरें हटाने की क्या जरूरत?’
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर हटाने को लेकर छिड़े विवाद पर भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने बुधवार को ऐसी मांग के औचित्य पर सवाल उठाया।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भाजपा सांसद ने एएमयू का नाम लिए बिना कहा कि अचानक से विश्वविद्यालयों का नाम बदलने और कुछ लोगों की तस्वीरों को हटाने की मांग होने लगी। उन्हें क्यों हटाया जाए? इतने सालों में वे वहीं थे और सबकुछ ठीक चल रहा था।
सिन्हा पणजी में ‘भारतीय अर्थव्यवस्था और लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियां’ विषय पर व्याख्यान देने के लिए आए थे। इस कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय समूह सिटिजन्स फॉर डिमॉक्रेसी ने किया था।
भाजपा के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने भी इस मौके पर अपनी बात रखी। सिन्हा ने कहा कि भाजपा को उन घटनाओं पर आत्मविश्लेषण करना चाहिए जिन में गाय की रक्षा के नाम पर देश के विभिन्न हिस्सों में कुछ लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।
न्यायपालिका के शीर्ष स्तर पर चल रहे विवाद के संदर्भ में पटना साहिब से लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘मैं इस पर टिप्पणी करने की स्थिति में नहीं हूं कि न्यायपालिका में जो हो रहा है वह सही है या गलत, लेकिन सवाल यह है कि यह हो क्यों रहा है।’ उन्होंने कहा कि वह सच बोलकर अपनी पार्टी को आईना दिखाने की कोशिश कर रहे थ्ाे।
गौरतलब है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगाए जाने को लेकर विवाद उठा था। विवाद के बाद यूनिवर्सिटी में काफी बवाल मचा। विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच भी बहस शुरू हो गई थी। इस पूरे मामले में अबतक दो छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, विश्वविद्यालय के कुलपति ने बुधवार को केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की।