प्रधानमंत्री ने सरकारी कार्यक्रम का इस्तेमाल 'राजनीतिक भाषण' देने के लिए क्यों क्या: कांग्रेस का मोदी पर पलटवार
कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर महाराष्ट्र के लिए विकास परियोजनाओं का वर्चुअल उद्घाटन करने के दौरान पार्टी पर किए गए हमले को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि करदाताओं के पैसे का इस्तेमाल 'राजनीतिक भाषण' के लिए नहीं किया जा सकता और न ही किया जाना चाहिए।
हरियाणा चुनाव में कांग्रेस की हार के एक दिन बाद मोदी ने विपक्षी पार्टी को गैरजिम्मेदार और "नफरत फैलाने" की फैक्ट्री बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हिंदुओं को बांटना चाहती है और एक समुदाय को दूसरे के खिलाफ खड़ा करना चाहती है।
उन्होंने राज्य के लिए 7,600 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करने के बाद कहा कि विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सत्ता हासिल करने के लिए महाराष्ट्र को कमजोर करना चाहती है, लेकिन सत्तारूढ़ महायुति राज्य को मजबूत करेगी।
कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "पीएमओइंडिया को राजनीतिक भाषण देने और विपक्ष पर हमला करने के लिए सरकारी मंच और सरकारी कार्यक्रम का उपयोग क्यों करना चाहिए?"
खेड़ा ने कहा, "करदाताओं के पैसे का इस्तेमाल राजनीतिक भाषण देने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। इसके लिए वह भाजपा के मंच का इस्तेमाल कर सकते हैं।"
मोदी ने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत देश के मूड को दर्शाती है। उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में हमें और बड़ी जीत हासिल करनी है।"
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुनाव अगले महीने होने की संभावना है। मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र में परियोजनाओं का विकास पहले कभी इतनी तेजी से नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में भ्रष्टाचार के मामले में भी यही गति और पैमाने देखे गए।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस एक गैरजिम्मेदार पार्टी है और नफरत फैलाने की फैक्ट्री है। कांग्रेस को विकास और विरासत की चिंता नहीं है, हमने दोनों पर ध्यान दिया है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारा लक्ष्य गरीबों, किसानों, युवाओं और महिलाओं के विकास के साथ विकसित भारत है।"