कर्नाटक चुनाव: जनता दल (सेक्युलर) के साथ गठबंधन नहीं करेगी कांग्रेस
कर्नाटक में चुनावी जंग के बीच आज मतदान का बड़ा दिन है। ऐसे में बड़े राजनीतिक दलों को अपनी अपनी जीत दिख रही हैं। अब कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बुधवार को जनता दल (सेक्युलर) के साथ चुनाव के बाद के गठबंधन को खारिज करते हुए विश्वास जताया कि उनकी पार्टी को 224 सीटों वाली विधानसभा में पूर्ण बहुमत मिलने जा रहा है। मतदान के उपरांत शिवकुमार ने कहा, "यहां मुद्दा महंगाई, भ्रष्टाचार, सुशासन और विकास है। जनता दल सेक्युलर के साथ गठबंधन की कोई संभावना नहीं है। हम अपने दम पर सरकार बनाएंगे।"
गौरतलब है कि इससे पहले कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी विश्वास जताया कि कांग्रेस पूर्ण बहुमत हासिल करेगी। उन्होजे यह भी कहा था कि उनकी पार्टी को 130-150 सीटें मिल सकती हैं। इधर, शिवकुमार ने मीडिया से बात करते हुए "कर्नाटक के लोगों से भाजपा शासित राज्यों में महंगाई पर विचार करने के बाद मतदान करने की अपील की। शिवकुमार ने कहा, "मैं सबसे अपील कर रहा हूं, कृपया गैस सिलेंडरों को देखकर वोट करें। मैंने अपने सभी नेताओं को बूथ के बाहर गैस सिलेंडर लगाने और उस पर माला डालने की सलाह दी है।"
आपको याद होगा कि एक दिन पहले कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख ने गैस सिलेंडर की आरती उतारी थी, जिसका एक वीडियो कांग्रेस पार्टी के हैंडल पर पोस्ट किया गया था। कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष ने युवा मतदाताओं से राज्य में ''बदलाव'' के लिए मतदान करने का आग्रह किया और विश्वास जताया कि कर्नाटक के लोग कांग्रेस को 141 सीटें अवश्य देंगे। उन्होंने कहा, "आज युवा मतदाताओं के पास एक बड़ा अवसर है, वे बदलाव के लिए मतदान करेंगे। वे महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे से वाकिफ हैं और इसी बदलाव के क्रम में वह हमें 141 सीटें देंगे।"
शिवकुमार ने मतदान के पश्चात अपने निर्वाचन क्षेत्र कनकपुरा में ऑटोरिक्शा भी चलाया। बता दें कि कनकपुरा कांग्रेस पार्टी का गढ़ है, जहां से शिवकुमार सात बार के विधायक हैं। साल 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में, उन्होंने जनता दल (सेक्युलर) के उम्मीदवार को 79,909 मतों के बड़े अंतर से हराकर सीट जीती थी। डीके शिवकुमार की पत्नी उषा शिवकुमार ने कहा कि वह कर्नाटक विधानसभा चुनाव में उनकी जीत को लेकर "100 प्रतिशत आश्वस्त" हैं।
उषा शिवकुमार ने कहा, "कांग्रेस की सरकार आएगी, केरल स्टोरी का कर्नाटक में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। मैं लोगों से कांग्रेस को वोट देने की अपील करती हूं।"उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है, "पार्टी जाति और धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।" इस मुद्दे पर खड़े हुए विवाद ने शिवकुमार को हिंदू भगवान हनुमान के "विशाल" मंदिर का वादा करने के लिए मजबूर किया। 13 मई को चुनावों के परिणाम आने हैं।