भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई अदालत से बरी हुए येदियुरप्पा बोले, सत्यमेव जयते
सीबीआई अदालत का यह फैसला येदियुरप्पा के लिए एक बड़ी राजनीतिक विजय की तरह आया है। सीबीआई अदालत के न्यायाधीश आर बी धर्मागोदर ने येदियुरप्पा, उनके दो बेटों और दामाद को अवैध खनन से जुड़े 40 करोड़ रूपये की रिश्वत के मामले में बरी कर दिया। इस मामले के कारण येदियुरप्पा को वर्ष 2011 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। फैसले पर खुशी से लबरेज येदियुरप्पा ने कहा, मैं इस बात से खुश हूं कि झूठे और राजनीतिक रूप से प्रेरित आरोप खारिज कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस फैसले ने उन्हें पार्टी को राज्य में वापस सत्ता में लाने के लिए एक नया उत्साह दे दिया है। पार्टी की कायापलट के लिए येदियुरप्पा को इस साल अप्रैल में भाजपा की कर्नाटक इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। राज्य में वर्ष 2018 में विधानसभा चुनाव होने हैं। अदालत के फैसले कुछ ही समय बाद येदियुरप्पा ने एक ट्वीट में कहा, सत्यमेव जयते। न्याय हुआ है। मैं दोषमुक्त खड़ा हूं। येदियुरप्पा को दोषमुक्त करार देने वाले इस फैसले का जश्न भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर के दीवानी अदालत परिसर में पटाखे जलाकर और उनके लिए नारे लगाकर मनाया।
इस फैसले से येदियुरप्पा को एक बड़ी राहत मिली है। उन्हें भ्रष्टाचार के अधिकतर मामलों में बरी कर दिया गया है लेकिन विभिन्न अदालतों में कई अन्य मामले अब भी उनपर चल रहे हैं। येदियुरप्पा ने कहा, मुझे राहत मिल गई है। पार्टी के लाखों कार्यकर्ता खुश हैं। मैं बेहद खुश और संतुष्ट हूं। वर्ष 2008 में दक्षिण भारत में पहली बार भाजपा की सरकार बनाने के लिए पहचाने जाने वाले येदियुरप्पा ने कहा, इस फैसले से मुझे भाजपा को कर्नाटक में वापस सत्ता में लाने के लिए भारी बल मिला है। येदियुरप्पा के बेटे बी वाई राघवेंद्र ने कहा कि उनके परिवार के खिलाफ एक राजनीतिक उद्देश्य के साथ आधारहीन आरोप लगाए गए थे। विधानसभा के सदस्य राघवेंद्र ने कहा कि उनके परिवार ने पिछले पांच साल में भारी पीड़ा सही है लेकिन अंतत: उन्हें न्याय मिल गया है, जिससे पार्टी को मजबूत करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि वह इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि भाजपा येदियुरप्पा के नेतृत्व में कर्नाटक में सत्ता में वापसी करेगी।