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27 June 2021

यूपी जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भाजपा कर गई 'खेला', लग रहे हैं ये बड़े आरोप

उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत चुनावों को लेकर भाजपा और विपक्षी पार्टियों के बीच घमासान जारी है। ऐसे बहुत से जिले हैं जहां जिला अध्यक्ष पद के लिए खड़े विपक्षी पार्टियों के प्रत्याशी या उनके प्रस्तावक नामांकन करवाने के लिए पहुंच ही नहीं सके।

इसे लेकर जहां सपा आरोप लगा रही है कि सत्ता और प्रशासन के दम पर भाजपा उसके प्रस्तावकों, उम्मीदवारों को नामांकन करने के लिए पहुंचने नहीं दे रही है, तो भाजपा का कहना है कि ये सब हारनेके कारण आरोप लगा रहे हैं।

आजतक के मुताबिक, बागपत में नामांकन शुरू होने से पहले ही आरएलडी की प्रत्याशी ममता जय किशोर ने बीजेपी जॉइन कर ली। जिसके बाद बीजेपी की प्रत्याशी बबली देवी ने कलक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन कर दिया। हालांकि बीजेपी उम्मीदवार के नामांकन के बाद ही आरएलडी प्रत्याशी और उसका पति आरएलडी कार्यालय पहुंचे और प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भाजपा जॉइन करने की बात का खंडन किया। आरएलडी प्रत्याशी के पति ने बागपत के सांसद सत्यपाल सिंह पर उनका अपहरण कराने और जनर्दस्ती बीजेपी जॉइन कराने का आरोप लगाया है। इसके बाद आरएलडी कार्यकर्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी के प्रस्तावकों के साथ कलक्ट्रेट पहुंचे और ममता जय किशोर का जिला अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करवाया।

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वहीं मुरादाबाद में भाजपा की उम्मीदवार डॉ. शेफाली निर्विरोध ही जीतने के करीब हैं क्योंकि वहां सपा से जिला अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार अमरीन का प्रस्तावक सपा कार्यालय ही नहीं पहुंचा। जिस पर सपा जिला अध्यक्ष जयवीर यादव ने प्रशासन के ऊपर उत्पीड़न का आरोप लगाया है।

सपा प्रत्याशी के नामांकन दाखिल न होने पर सपा जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा है ''प्रशासन द्वारा सपा के पंचायत सदस्यों का उत्पीड़न किया गया है, सत्ता के दबाव में पुलिस ने मुकदमें दर्ज कर उनके कारोबारों को सील किया। हमारे पंचायत सदस्यों को लालच देकर खरीदा गया और आज प्रस्तावकों को भी पहुंचने नहीं दिया गया

इसी तरह मेरठ जिले में भी जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के प्रत्याशी का निर्विरोध निर्वाचित होना लगभग तय है। यहां नामांकन पत्रों की जांच में गठबंधन प्रत्याशी सलोनी गुर्जर के नामांकन पर आपत्ति पाई गई है। इस कारण उनका पर्चा अस्वीकार कर दिया गया है। इसके चलते भाजपा के उम्मीदवार गौरव चौधरी निर्विरोध निर्वाचित हो सकते हैं।

मऊ में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के नामांकन में भाजपा के उम्मीदवार मनोज राय को निर्विरोध चुना गया है। हालांकि सपा द्वारा पहले से ही राम नगीना यादव को अपना प्रत्याशी घोषित किया गया था लेकिन वह अपना नामंकन नही कर सके। भाजपा उम्मीदवार के निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष ने प्रेसवार्ता करके अपने भाजपा के इशारे पर जिला प्रशासन द्वारा उनके प्रत्याशी को गायब करने का संगीन आरोप लगाया है।


सहारनपुर में भाजपा और संयुक्त मोर्चे के प्रत्याशी ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। मगर बसपा उम्मीदवार तीन बजे के बाद पहुंचने के कारण अपना नामांकन नहीं कर पाईं हैं। कांग्रेस ने बसपा पार्टी के प्रत्याशी पर भाजपा से सांठगांठ का आरोप लगाया है।

गाजियाबाद में सपा और लोकदल के नेता कार्यकर्ता गाजियाबाद के कंट्री इन होटल पर धरने पर बैठ गए हैं, उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने जो प्रस्तावक बनाया था उसको कैद कर लिया गया है और इनके होटल में रखा है। जबकि भाजपा की प्रत्याशी ममता त्यागी ने अपना नामांकन कर दिया है।

झांसी में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी आशा कमल गौतम नामांकन ही नहीं कर सकीं। उन्होंने आरोप लगाया गया है कि सत्ता के बल पर पुलिस की मदद से पार्टी सदस्यों को नामांकन करने के लिए आने से पहले ही रोक लिया गया गया है। ऐसे में जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी पर भाजपा के पवन गौतम का निर्विरोध निर्वाचन होना तय माना जा रहा है।

वहीं गोरखपुर जिला पंचायत में भी अध्यक्ष पद के लिए भाजपा समर्थित प्रत्याशी साधना सिंह का निर्वाचन तय है।


उन्होंने शनिवार को 12:30 बजे नामांकन दाखिल कर दिय। जबकि सपा प्रत्याशी जितेंद्र यादव नामांकन पत्र ही दाखिल नहीं कर सके। जितेंद्र नामांकन दाखिल करने निकले। मगर कलेक्ट्रेट गेट पर ही भाजपा कार्यकर्ताओं से विवाद हो गया। आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्य गेट बंद कर दिया था, इस कारण जितेंद्र नामांकन स्थल तक नहीं पहुंच सके।



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TAGS: यूपी जिला पंचायत चुनाव, भाजपा, समाजवादी पार्टी, बसपा, रालोद, BJP, UP district panchayat elections, SP, BSP, RLD
OUTLOOK 27 June, 2021
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