संसद में गतिरोध: आडवाणी की टिप्पणी पर कांग्रेस-भाजपा में जुबानी जंग
संसद की कार्यवाही लगातार बाधित होने पर 89 साल के आडवाणी ने लोकसभा में नाराजगी जाहिर करते हुए गुरुवार को कहा था, मेरा तो मन कर रहा है कि इस्तीफा दे दूं। इस बान के बाद संसद की कार्यवाही बाधित होने का ठीकरा विपक्ष पर फोड़ते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री और भाजपा नेता एम वेंकैया नायडू ने कहा कि कांग्रेस असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए बेबुनियाद आरोप लगाकर भाग खड़े होने की रणनीति अपना रही है। आडवाणी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए नायडू ने कहा, हर व्यक्ति दुखी है। संसद को जिस तरह चलने नहीं दिया जा रहा, उससे हर देशवासी दुखी है। हम भी दुखी हैं। पर ऐसे में क्या करें जब कुछ लोग जानबूझकर और लगातार संसद चलने नहीं दे रहे। यह सब लोग जानते हैं कि सदन के बीचोबीच कौन आ रहा है। उन्होंने कहा, पार्टी के वरिष्ठ नेता होने के नाते आडवाणी जी को भी ऐसा महसूस हो रहा है।
इससे पहले, आडवाणी की नाराजगी पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि पूर्व उप-प्रधानमंत्री अपनी पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तानाशाही का आरोप लगा चुके राहुल ने ट्वीट किया, आडवाणी जी, अपनी पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ने पर आपका शुक्रिया। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि आडवाणी जी कांग्रेस को नहीं बल्कि साफ तौर पर अपनी पार्टी को फटकार लगा रहे हैं जबकि भाजपा तोड़-मरोड़कर बता रही है कि वह कांग्रेस की खिंचाई कर रहे हैं। सिंघवी ने कहा, आडवाणी जी बेहद वरिष्ठ सांसद हैं और भाजपा जानबूझकर इन चीजों को तोड़-मरोड़कर ऐसा बता रही है कि उनका गुस्सा और दुख कांग्रेस के खिलाफ है। यह हास्यास्पद है। आडवाणी साफ तौर पर अपनी पार्टी को फटकार लगा रहे हैं। सकारात्मक सबूत वह है जो आपने आज, कल और सोमवार को या किसी और दिन देखा।