जेटली के इस्तीफे को लेकर दोनों सदनों में कांग्रेस का हंगामा
लोकसभा में कांग्रेस सांसदों ने अपनी बात रखनी चाही लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ने जब इसकी इजाजत नहीं दी तो वे सदन से वाकआउट कर गए। कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अध्यक्ष से नोटिस पर विचार करने का आग्रह किया। लेकिन कांग्रेस सांसदों की नारेबाजी से नाराज सुमित्रा महाजन ने कहा कि आज मैं आपमें से किसी को बोलने से नहीं रोकूंगी आप जो बोलना चाहते हैं बोलें। कांग्रेस सदस्यों ने प्रश्नकाल के दौरान अध्यक्ष के आसन के निकट आकर नारेबाजी की और जैसे ही शून्काल शुरू हुआ वे कोई मुद्दा उठाने के लिए अपने अपने स्थानों पर चले गये। कांग्रेस के के सी वेणुगोपाल कोई मुद्दा उठाना चहते थे लेकिन अध्यक्ष ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी।
संसदीय कार्य राज्य मंत्राी राजीव प्रताप रूडी ने कांग्रेस सदस्यों के व्यवहार पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि एेसा व्यवहार नहीं चल सकता। उन लोगों ने एक घंटे तक सदन में व्यवधान डाला और फिर अपनी बात रखने के लिए अपने सीट पर जाकर बैठ गये। उन्होंने अध्यक्ष से अनुरोध किया कि कांग्रेस सदस्स्यों को यह सुविधा नहीं दी जानी चाहिए। सभी सदस्य आपका संरक्षण चाहते हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह कांग्रेस सदस्यों को बोलने की इजाजत नहीं दे सकतीं क्योंकि उन्होंने कोई पूर्व नोटिस नहीं दिया है। इसके बाद कांग्रेस सदस्य सदन से वाकआउट कर गये।
उधर राज्यसभा में भी जेटली के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस सांसदों का हंगामा जारी रहा। इससे कई बार सदन की बैठक को स्थगति करना पड़ा। हालांकि सरकार ने वित्त मंत्री के इस्तीफे की मांग को साफ खारिज कर दिया तथा जेटली ने कहा कि वह सारे आरोपों का जवाब देने के लिए तैयार है।