लोकसभा में उठी बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
लोकसभा में सोमवार को शून्यकाल के दौरान भाजपा के जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि बिहार में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब हो गई है। गया में सत्तारूढ़ महागठबंधन के घटक जदयू की एक महिला पार्षद के पुत्र ने सिर्फ सड़क पर रास्ता नहीं देने के कारण एक छात्र को गोली मार दी। आज राज्य में अपराधियों का बोल-बाला हो गया है। उन्होंने कहा कि यह कोई अकेली घटना नहीं है, बल्कि राज्य में लूटपाट, अपराध, हिंसा, अपहरण का बोलबाला हो गया है। पुलिस की कोई नहीं सुन रहा है। लोग परेशान हैं, शासन तंत्र ध्वस्त हो गया है। राज्य में बढ़ते अपराध को देखते हुए राज्य की जनता के कष्ट के निवारण के लिए वहां एक केंद्रीय टीम भेजी जाए और राष्ट्रपति शासन लगाया जाए।
राजद से निष्काषित राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा में एक आठ वर्ष के बच्चे का अपहरण किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। गया में जदयू पार्षद के पुत्र ने एक छात्र को सड़क पर रास्ता नहीं देने पर गोली मार दी। सहरसा जिले में चार दिन में हत्या के चार बड़े मामले सामने आए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ महागठबंधन ने बिहार में माफिया, शराब के कारोबारियों और अपराधियों के रिश्तेदारों को पैसे लेकर टिकट देने का काम किया है। राज्य में अपराध का बोलबाला हो गया है। केंद्र सरकार को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए। यादव ने कहा कि बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन में एक व्यक्ति प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहा है तो दूसरा मुख्यमंत्री बनना चाह रहा है। राज्य के छह करोड़ लोग डर के साए में जी रहे हैं।
भाजपा के अश्विनी चौबे ने भी इसी तरह के आरोप लगाए और मांग की कि केंद्र सरकार बिहार के मामले में हस्तक्षेप कर कड़ी कार्रवाई करे उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में डकैती और अपहरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बिहार में जंगलराज और गुंडाराज कायम हो गया है। चौबे ने केंद्र से बिहार सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। बता दें कि शनिवार रात बिहार के गया जिले में जदयू की एक महिला पार्षद के पुत्र ने सड़क पर पास नहीं देने के कारण एक युवक को गोली मार दी थी।