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26 October 2023

'कैश-फॉर-क्वेरी' मामला: लोकसभा आचार समिति का महुआ मोइत्रा को समन, अध्यक्ष ने दी पूरी जानकारी

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्राई के आज लोकसभा आचार समिति के समक्ष पेश होने के बाद समिति ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को बुलाने का फैसला किया। 

बता दें कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ "क्वेरी के बदले नकद" के अपने आरोपों पर मौखिक साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए आज निशिकांत दुबे और वकील देहाद्राई समिति के सामने पेश हुए थे। 

समिति के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने बताया, "समिति ने उन दोनों लोगों को सुना, जिन्हें आज बुलाया गया था - वकील और निशिकांत दुबे। उनके साक्ष्यों पर गौर किया गया। इसकी गंभीरता को देखते हुए, समिति ने महुआ मोइत्रा को बुलाने का फैसला किया और उन्हें 31 अक्टूबर से पहले उपस्थित होने के लिए कहा। दूसरी तरफ़, समिति ने (दर्शन) हीरानंदानी, महुआ मोइत्रा और वकील (जय अनंत देहाद्राई) के बीच बातचीत के विवरण के लिए आईटी मंत्रालय और एमएचए को पत्र भेजने का भी फैसला किया।"

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गवाही के लिए संसद भवन पहुंचने पर भाजपा सांसद ने कहा कि वह समिति के साथ पूरा सहयोग करेंगे और जब भी समिति उन्हें पूछताछ के लिए बुलाएगी वह उपस्थित रहेंगे। वह खुद कार चलाकर यहां पहुंचे थे। 

उन्होंने कहा, "समिति मुझसे जो भी जानकारी मांगेगी, मैं उसे दे दूंगा। जब भी समिति मुझसे कहेगी, मैं उनके समक्ष उपस्थित हो जाऊंगा। मैं सभी दस्तावेज जमा करूंगा, दस्तावेजों में सच्चाई है।"

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, ''वे सामान्य सवाल थे...मैं बस इतना कह सकता हूं कि सभी सांसद चिंतित हैं। जब वे मुझे अगली बार बुलाएंगे तो मैं आऊंगा। सवाल यह है कि क्या संसद की मर्यादा और गरिमा बनी रहेगी। यह संसद की गरिमा का सवाल है। एथिक्स कमेटी मुझसे ज्यादा चिंतित है।''

वकील जय अनंत देहाद्राई ने कहा, "मैंने समिति के सामने सच्चाई बता दी है। समिति के सभी सदस्यों ने मुझसे सौहार्दपूर्ण ढंग से पूछताछ की। मुझसे जो भी पूछा गया, मैंने उसका उत्तर दिया।"

लोकसभा आचार समिति के अध्यक्ष भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर हैं। समिति में भाजपा के विष्णु दत्त शर्मा, सुमेधानंद सरस्वती, अपराजिता सारंगी, राजदीप रॉय, सुनीता दुग्गल और सुभाष भामरे; कांग्रेस के वे वैथिलिंगम, एन उत्तम कुमार रेड्डी और प्रेनीत कौर; बालाशोरी वल्लबभनेनी (वाईएसआरसीपी); हेमंत गोडसे (शिवसेना); गिरिधारी यादव (जेडी यू); पीआर नटराजन (सीपीआईएम); कुंवर दानिश अली (बसपा) बतौर सदस्य शामिल हैं।

इससे पहले, भाजपा सांसद ने पहले लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर 'कैश फॉर क्वेरी' घोटाले में महुआ मोइत्रा की संलिप्तता का आरोप लगाया था। उन्होंने आगे दावा किया कि उनके पास आरोपों के सबूत हैं जैसा कि वकील जय अनंत देहाद्राई ने उन्हें दिया था।

दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में, जिसका शीर्षक था, "संसद में 'पूछताछ के लिए नकद' का फिर से उभरना" शीर्षक से, "विशेषाधिकार का गंभीर उल्लंघन', 'सदन की अवमानना' और आईपीसी की धारा 120ए के तहत 'आपराधिक अपराध' का आरोप लगाया था। दुबे ने दावा किया कि एक वकील, जय अनंत देहाद्राई ने उन्हें रिश्वत के सबूत उपलब्ध कराए थे।

इसी के बाद से महुआ मोइत्रा, टीएमसी, निशिकांत दुबे और भाजपा के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। अब कहा जा रहा है कि महुआ मोइत्रा के आचार समिति के समक्ष पेश होने के बाद ही तस्वीर साफ हो सकेगी। 

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TAGS: Cash for query case, Trinamool Congress Party, Bharatiya Janta Party BJP, Nishikant Dubey, Mahua Moitra, Loksabha Ethics Committee
OUTLOOK 26 October, 2023
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