संविधान दिवस पर संसद की संयुक्त बैठक का कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने किया बहिष्कार
कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दल संविधान दिवस के मौके पर मंगलवार हो रही संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक का बहिष्कार किया है। विपक्षी दलों ने इस बैठक का बहिष्कार करने के बाद डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया।
इस दौरान कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी की अगुआई में पूर्व पीएम और कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह और शिवसेना के अरविंद सावंत सहित विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद परिसर में अंबेडकर प्रतिमा के सामने धरना दिया। साथ ही सोनिया गांधी ने संसद में अम्बेडकर प्रतिमा के सामने भारतीय संविधान की एक कॉपी भी पढ़ी।
दरअसल, सरकार ने संविधान सभा द्वारा संविधान का अनुमोदन किए जाने की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर सेंट्रल हाल में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक बुलाई है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मौके पर सांसदों को संबोधित करेंगे।
कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक ने महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम के मद्देनजर दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया था। गौरतलब है विपक्षी दल महाराष्ट्र के सियासी संकट पर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम के खिलाफ विपक्षी दलों का बहिष्कार संविधान दिवस के मौके पर हो रहा है।
क्या है वजह
महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक उठापटक के लेकर कांग्रेस सहित विपक्षी दल बीजेपी पर हमवलावर है। विपक्षी पार्टियों का दावा है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने जिस अंदाज में देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई है वह ठीक नहीं है।