मेरे सवाल का सही जवाब नहीं मिला - मायावती
मायावती ने कहा कि रोहित वेमुला के आत्महत्या के मामले में प्रधानमंत्री ने ‘‘आँसू‘‘ बहाकर कहा था कि भारत माँ ने एक लाल खो दिया, परन्तु वे आँसू घड़ियाली आँसू साबित हुये हैं क्योंकि उस मामले की जाँच के लिए बनाये गये न्यायिक आयोग में किसी एक भी दलित को नहीं रखा गया है। इतना ही नहीं बल्कि जाँच आयोग का गठन भी पूरी कानूनी प्रक्रिया को अपनाकर नहीं बनाया गया है, जिस कारण जाँच आयोग सम्बन्धित गजट नोटिफिकेशन कानून की नजर में अमान्य व गैर-कनूनी है। इससे भाजपा सरकार की दलितों के प्रति जातिवादी गलत मानसिकता ही नहीं बल्कि इनका साजिशी चरित्र भी झलकता है।
मायावती ने कहा कि जो सवाल मैने उठाया था उसका जवाब मानव संसाधन विकास मंत्री ने नहीं दिया। उन्होने कहा कि एक दलित छात्र की आत्महत्या का मामला है और जांच आयोग में एक भी दलित नहीं है। मेरे सवाल का जवाब इतना घुमा-फिराकर दिया गया है कि मैं क्या सभी लोग हतप्रद हो गए।