नेशनल हेराल्ड मामले पर संसद में जारी कांग्रेस का हंगामा
सुबह बैठक शुरू होने पर कांग्रेस सदस्य आसन के समक्ष आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। वहीं अन्नाद्रमुक के सदस्य अपने स्थानों से आगे आकर चेन्नई बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग कर रहे थे। हंगामे के कारण उपसभापति पी.जे. कुरियन ने बैठक पहले साढ़े 11 बजे तक के लिए और उसके बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
सुबह बैठक शुरू होते ही सभापति हामिद अंसारी ने आज विश्व मानवाधिकार दिवस होने का जिक्र किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इसी दिन 1948 में मानवाधिकार की सार्वभौमिक घोषणा को स्वीकार किया था। हंगामे के बीच ही कुरियन ने जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए और शून्यकाल शुरू करने को कहा। लेकिन हंगामे के कारण शून्यकाल शुरू नहीं हो सका।
हंगामे के बीच ही दूरसंचार मंत्राी रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह चर्चा से भाग रही है। उन्होंने कहा कि सभी मुद्दों पर अभी चर्चा शुरू की जाए।
भाजपा सांसद के बयान पर लोकसभा में हंगामा
कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने आज लोकसभा से यह कह कर वाकआउट किया कि जब तक सदन में विवादास्पद टिप्पणी करने वाले भाजपा सदस्य माफी नहीं मांगते या उन्हें निलंबित नहीं किया जाता, वे सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने हालांकि कहा कि दोनों ओर से एेसी हरकतें हो रही है और वे किस किस से साॅरी बोलने के लिए कहें। आज सुबह कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस सदस्यों ने भाजपा सांसद वीरेन्द्र सिंह के कल सदन में दिये गए बयान पर गहरी आपत्ति जताई और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि सदन में जो कुछ हो रहा है, वह ठीक नहीं है। मैंने पहले भी कहा है कि किसी के खिलाफ निजी आक्षेप लगाना या बयान देना ठीक नहीं है। वीरेन्द्र सिंह ने जो बात कही, वह सही नहीं है और इसे सदन की कार्यवाही से निकाल दिया गया है। मैं सदस्य को इसके लिए चेतावनी दे रही हूं। लेकिन कांग्रेस सदस्य अपनी मांग पर कायम रहे और अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि कल भाजपा के सांसद ने बेहद आपत्तिजनक और अपमानजनक बयान दिया था। यह बयान दो वर्तमान सदस्यों और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी के बारे में था। यह अत्यंत निदनीय है और सदस्य पर कार्रवाई की जाए।