लोकसभा आचार समिति के सामने पेश हुए निशिकांत दुबे, कहा- "दस्तावेजों में सच्चाई है"
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद निशिकांत दुबे आज टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ "क्वेरी के बदले नकद" के अपने आरोपों पर मौखिक साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए लोकसभा आचार समिति के समक्ष पेश हुए। उन्होंने कहा कि सभी दस्तावेजों में सच्चाई है।
गवाही के लिए संसद भवन पहुंचने पर भाजपा सांसद ने कहा कि वह समिति के साथ पूरा सहयोग करेंगे और जब भी समिति उन्हें पूछताछ के लिए बुलाएगी वह उपस्थित रहेंगे। वह खुद कार चलाकर यहां पहुंचे थे।
उन्होंने कहा, "समिति मुझसे जो भी जानकारी मांगेगी, मैं उसे दे दूंगा। जब भी समिति मुझसे कहेगी, मैं उनके समक्ष उपस्थित हो जाऊंगा। मैं सभी दस्तावेज जमा करूंगा, दस्तावेजों में सच्चाई है।"
Nishikant Dubey appears before LS Ethics Committee says "Truth is in the documents"
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— ANI Digital (@ani_digital) October 26, 2023
जब महुआ के आरोपों के बारे में पूछा गया कि दुबे ने अपने चुनाव नामांकन पत्र में फर्जी डिग्री जमा की है, तो भाजपा सांसद ने कहा कि केवल एक ही सवाल है "महुआ चोर है कि नहीं" (महुआ चोर है या नहीं?)।
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, ''वे सामान्य सवाल थे...मैं बस इतना कह सकता हूं कि सभी सांसद चिंतित हैं। जब वे मुझे अगली बार बुलाएंगे तो मैं आऊंगा। सवाल यह है कि क्या संसद की मर्यादा और गरिमा बनी रहेगी। यह संसद की गरिमा का सवाल है। एथिक्स कमेटी मुझसे ज्यादा चिंतित है।''
#WATCH | BJP MP Nishikant Dubey says, "They were normal questions...All I can say is that all the MPs are concerned...When they call me next I will come...The question is whether the propriety and dignity of Parliament will hold. It is a question of the dignity of Parliament. The… https://t.co/mTLbWh34K5 pic.twitter.com/nrbSxNzzPT
— ANI (@ANI) October 26, 2023
बता दें कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ दर्ज "कैश फॉर क्वेरी" के आरोप को संबोधित करने के लिए आज लोकसभा की आचार समिति की पहली बैठक थी।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्राई टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ दुबे द्वारा दायर की गई शिकायत के संबंध में मौखिक साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए आज समिति के समक्ष उपस्थित हुए, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उनकी ''पूछताछ के बदले नकद'' घोटाले में प्रत्यक्ष संलिप्तता है।
वकील जय अनंत देहाद्राई ने कहा, "मैंने समिति के सामने सच्चाई बता दी है। समिति के सभी सदस्यों ने मुझसे सौहार्दपूर्ण ढंग से पूछताछ की। मुझसे जो भी पूछा गया, मैंने उसका उत्तर दिया।"
#WATCH | Advocate Jai Anant Dehadrai appears before the Ethics Committee of Parliament in 'cash for query' charge against TMC MP Mahua Moitra
"I have told the truth before the Committee. All members of the committee enquired from me cordially. I answered to all that was asked… pic.twitter.com/uwDct2QnAm
— ANI (@ANI) October 26, 2023
लोकसभा आचार समिति के अध्यक्ष भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर हैं। समिति में भाजपा के विष्णु दत्त शर्मा, सुमेधानंद सरस्वती, अपराजिता सारंगी, राजदीप रॉय, सुनीता दुग्गल और सुभाष भामरे; कांग्रेस के वे वैथिलिंगम, एन उत्तम कुमार रेड्डी और प्रेनीत कौर; बालाशोरी वल्लबभनेनी (वाईएसआरसीपी); हेमंत गोडसे (शिवसेना); गिरिधारी यादव (जेडी यू); पीआर नटराजन (सीपीआईएम); कुंवर दानिश अली (बसपा) बतौर सदस्य शामिल हैं।
इससे पहले, भाजपा सांसद ने पहले लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर 'कैश फॉर क्वेरी' घोटाले में महुआ मोइत्रा की संलिप्तता का आरोप लगाया था। उन्होंने आगे दावा किया कि उनके पास आरोपों के सबूत हैं जैसा कि वकील जय अनंत देहाद्राई ने उन्हें दिया था।
दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में, जिसका शीर्षक था, "संसद में 'पूछताछ के लिए नकद' का फिर से उभरना" शीर्षक से, "विशेषाधिकार का गंभीर उल्लंघन', 'सदन की अवमानना' और आईपीसी की धारा 120ए के तहत 'आपराधिक अपराध' का आरोप लगाया था। दुबे ने दावा किया कि एक वकील, जय अनंत देहाद्राई ने उन्हें रिश्वत के सबूत उपलब्ध कराए थे।
इस पत्र के जवाब में, तृणमूल कांग्रेस सांसद ने कहा कि वह अन्य भाजपा सांसदों द्वारा विशेषाधिकार के कथित उल्लंघन से निपटने के बाद स्पीकर द्वारा जांच का स्वागत करेंगी। इस बीच बुधवार को दुबे ने एक बार फिर महुआ मोइत्रा पर निशाना साधा। अपने खिलाफ तृणमूल कांग्रेस सांसद की टिप्पणी का जवाब देते हुए दुबे ने कहा कि सवाल अडानी, डिग्री या चोरी का नहीं है, बल्कि देश को गुमराह कर भ्रष्टाचार करने का है।
उन्होंने आरोप लगाया, ''डिग्री वाली देश बेचे, चंद पैसे के ले जमीर बेचे (डिग्री वाले लोग देश बेचते हैं और पैसे के लिए अपना जमीर बेचते हैं)।''
निशिकांत दुबे के आरोप के बाद महुआ मोइत्रा ने उन पर कटाक्ष किया, जिसके बाद इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुबे को आश्वासन दिया कि संसद लॉगिन क्रेडेंशियल के दुरुपयोग पर उनकी शिकायत पर गौर किया जाएगा।
मंगलवार को एक्स पर एक पोस्ट में महुआ ने कहा, "कौन झूठ बोल रहा है? 2 दिन पहले फर्जी डिग्री वाले ने कहा था कि एनआईसी ने पहले ही जांच एजेंसी को "दुबई" लॉगिन सहित विवरण दे दिया है। अब अश्विनी वैष्णव का कहना है कि अगर लोकसभा पूछेगी तो एनआईसी भविष्य में जानकारी देगा। या एथिक्स कॉम। मुझ पर प्रहार करने के लिए भाजपा का स्वागत है, लेकिन अडानी+गोड्डा शायद सर्वश्रेष्ठ रणनीतिकार नहीं हैं!"