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24 June 2024

प्रोटेम स्पीकर विवाद: संविधान की कॉपी लेकर संसद पहुंचे विपक्षी सांसद, सरकार के खिलाफ किया हंगामा

प्रोटेम स्पीकर के रूप में भर्तृहरि महताब की नियुक्ति पर विवाद के बीच, इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में संसद परिसर के अंदर संविधान की प्रतियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी नेता राहुल गांधी और पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिस्सा लिया।

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, "सत्तारूढ़ दल अपना अहंकार नहीं भूला है। हम देख सकते हैं कि वे देश के प्रमुख विषयों की अनदेखी कर रहे हैं। अगर के सुरेश को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया होता तो भारत में पूरा दलित समुदाय एक ऐतिहासिक दृश्य देख सकता था। आज, बीजेपी ने न केवल कांग्रेस, इंडिया गठबंधन और के सुरेश की बल्कि पूरे दलित समुदाय की उपेक्षा की है।''

आज सुबह अखिलेश यादव, डिंपल यादव और समाजवादी पार्टी के सभी सांसद भारत के संविधान की प्रति लेकर संसद पहुंचे। तृणमूल कांग्रेस नेता सुदीप बंधोपाध्याय, कल्याण बनर्जी और सौगत रॉय ने कहा कि मोदी सरकार ने संविधान का उल्लंघन किया है।

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टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, ''हम देश के संविधान की रक्षा की मांग करते हैं। भारत और बांग्लादेश के बीच समझौते होते हैं लेकिन वे पश्चिम बंगाल सरकार को नहीं बुलाते हैं और सब कुछ एकतरफा करते हैं। हमें इस 18वीं लोकसभा के पहले दिन से इसकी रक्षा करनी है।"

टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, हम विरोध कर रहे हैं क्योंकि संविधान के प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है। नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा संविधान का उल्लंघन किया गया है। जिस तरह से प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति की गई है वह संवैधानिक प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन है और पहले की परंपराओं का स्पष्ट उल्लंघन है।"

टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा, "हम संविधान को नष्ट करने, इसे मान्यता से परे संशोधित करने के भाजपा के प्रयासों का विरोध कर रहे हैं।"

इस बीच केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने इंडिया ब्लॉक के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बार विपक्ष को ज्यादा सीटें मिली हैं, इसलिए वे हर मुद्दे पर अपनी आवाज उठा रहे हैं।

उन्होंने कहा, "भर्तृहरि महताब एक वरिष्ठ सांसद हैं। वह लगातार 7वीं बार निर्वाचित सांसद हैं। वे के सुरेश को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने की मांग कर रहे हैं। वह 8वीं बार चुने गए हैं, लेकिन उनकी सेवा अवधि लगातार नहीं है। कांग्रेस ने कई बार परंपराओं का उल्लंघन किया है। जिन लोगों ने आपातकाल लगाया था, उन्हें परंपराओं के बारे में बात नहीं करनी चाहिए।"

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TAGS: Parliament, loksabha, pm modi, congress, india alliance, constitution, pro tem speaker
OUTLOOK 24 June, 2024
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