वेमुला, जेएनयू मुद्दों पर सत्ता और विपक्ष की बीच नोकझोंक
जेएनयू और हैदाराबाद विश्वविद्यालय समेत उच्च शिक्षण संस्थाओं में हाल की घटनाओं से उत्पन्न स्थिति पर सदन में शुरू हुई विशेष चर्चा की शुरूआत करते हुए कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पिछले कुछ समय से देश में असहिष्णुता का माहौल है, विरोधी विचारों को कुचलने के हर तरह के प्रयास हो रहे हैं, संवैधानिक अधिकारों का बर्बरता से दमन किया जा रहा है और एक ही विचारधारा को थोपने की कोशिश हो रही है।
सिधिंया ने कहा कि प्रधानमंत्राी नौजवानों की शक्ति और युवाओं की बात करते हैं लेकिन हैदराबाद के एक दलित शोधार्थी रोहित वेमुला को आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ता है और प्रधानमंत्री पांच दिन बाद उस पर बोलते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें केंद्र के मंत्री की भी भूमिका है। एेसा पहले कभी नहीं देखा कि भारत सरकार ने किसी विश्वविद्यालय में इतना दखल दिया हो जितना हैदराबाद विश्वविद्यालय मामले में हुआ।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा के अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के लिए शहादत देने वाले कैप्टन पवन और लांस नायक हनुमनथप्पा तिरंगे के लिए मर मिटे। पूरे देश को इनकी शहादत पर गर्व है लेकिन इनको शर्म है। कांग्रेस अध्यक्ष समेत कोई भी कैप्टन पवन के घर पर नहीं पहुंचा लेकिन संसद पर हमला मामले में दोषी अफजल गुरू के लिए कार्यक्रम करने वालों के साथ कंधा से कंधा मिलाने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पहुंच गए। उन्होंने कहा कि जेएनयू में कार्यक्रम संसद पर हमला करने के दोषी के नाम पर किया रहा था। उस कार्यक्रम का आयोजन करने वाला संगठन डीएसयू था। इस कार्यक्रम के इश्तहार में अफजल गुरू के समर्थन में और देश के खिलाफ नारे लिखे थे।