कर्नाटक: 29 को बहुमत साबित करेंगे येदियुरप्पा, विधानसभा के आसपास लगी रहेगी धारा 144
कर्नाटक में सोमवार का दिन बेहद अहम रहने वाला है। इसी दिन नए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करेंगे। राज्य में इस राजनीतिक सरगर्मियों को देखते हुए किसी भी तरह की हिंसा की स्थिति से निपटने के लिए विधानसभा के दो किलोमीटर के रेडियस में धारा 144 लगाई जाएगी। इसकी जानकारी बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने दी। विधानसभा के दो किलो मीटर के दायरे इसको लेकर पुलिस-प्रशासन ने भी कमर कस ली है। 29 जुलाई की सुबह 6 बजे से लेकर 30 जुलाई की मध्यरात्रि तक विधानसभा के आसपास धारा 144 लगी रहेगी।
पुलिस-प्रशासन अलर्ट
बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने शनिवार को बताया, 'इस दौरान विधानसभा के दो किलो मीटर के दायरे में पांच से ज्यादा व्यक्तियों का समूह एक साथ नहीं खड़ा हो सकेगा।' सोमवार को चौथी बार मुख्यमंत्री बने बीएस येदियुरप्पा के सामने फ्लोर टेस्ट पास करने की चुनौती होगी।
राज्यपाल ने बहुमत साबित करने के लिए येदियुरप्पा को दिया 31 जुलाई तक का वक्त
बता दें कि राज्यपाल ने सीएम येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 31 जुलाई तक का वक्त दिया है। शुक्रवार को शपथग्रहण के बाद येदियुरप्पा ने कहा कि वह सोमवार को सुबह 10 बजे सदन में बहुमत साबित करेंगे और वित्त विधेयक को पास करेंगे।
बहुमत साबित करने के लिए येदियुरप्पा को 112 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता
येदियुरप्पा को सदन में सभी सदस्यों के उपस्थित होने और वोट करने की स्थिति में 112 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता है। ऐसे में जरूरी है कि बागी विधायक येदियुरप्पा की सरकार के समर्थन में या तो वोट डालें या फिर सदन की कार्यवाही में हिस्सा ना लें। ऐसे में सदन का संख्याबल कम हो जाएगा और येदियुरप्पा सदन में बहुमत साबित कर लेंगे।
इससे पहले 23 जुलाई को 48 घंटे के लिए लगाई गई थी धारा 144
इसके पहले, 23 जुलाई को कुमारस्वामी सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले, बेंगलुरु प्रशासन ने किसी भी तरह की हिंसा की स्थिति से निपटने के लिए 48 घंटे के लिए धारा 144 लागू कर दिया था। इस दौरान शराब की दुकान, बार और पब बंद रखने के निर्देश दिए गए थे। पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने बताया था कि 23 और 24 जुलाई को बेंगलुरु शहर में धारा 144 लगाई जा रही है।
बहुमत साबित करने में नाकाम रहने पर कुमारस्वामी को देना पड़ा था पद से इस्तीफा
विधानसभा में बहुमत साबित करने में नाकाम रहने पर कुमारस्वामी को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। कुमारस्वामी सरकार के पक्ष में 99 जबकि विपक्ष में 105 वोट पड़े थे। सरकार गिरने के बाद बीएस येदियुरप्पा ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था, इसके बाद शुक्रवार को राज्यपाल ने येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई थी।