राज्यसभा में हाथरस के पीडितों को दी गई श्रद्धांजलि, विपक्ष ने अंध श्रद्धा पर देशव्यापी कानून की मांग की
राज्यसभा ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ से लोगों की मौत पर दुख जताया और मृतकों को श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही उच्च सदन ने भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए एक ठोस तंत्र बनाए जाने की प्रतिबद्धता भी जताई।
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस अवसर पर महाराष्ट्र और कर्नाटक के अंधविश्वास विरोधी और काला जादू (रोकथाम) अधिनियम की तर्ज पर देश में एक कानून बनाने की मांग की।
हाथरस जिले के सिकंदरा राऊ इलाके में सत्संग के दौरान मंगलवार को मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई तथा कई लोग घायल हो गए थे।
सुबह राज्यसभा की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ देर बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने हाथरस की इस घटना का उल्लेख किया और कहा कि इसमें श्रद्धालुओं की मौत पीड़ादायक और दुर्भाग्यपूर्ण है।
सदन ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की। सदन में सदस्यों ने कुछ देर मौन रखकर पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
सभापति ने बताया कि प्रशासन की ओर से वहां आवश्यक कार्यवाही की जा रही है और मामले की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।
धनखड़ ने कहा कि हाथरस जैसी घटनाओं को टाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के जमावड़े के दौरान कैसी व्यवस्था की जानी चाहिए और किस तरह का एक ठोस तंत्र होना चाहिए, इस बारे में सदन को व्यवस्थित तरीके से चर्चा करने की जरूरत है। उन्होंने ऐसे आयोजनों को लेकर स्थानीय प्रशासन को संवेदनशील बनाए जाने पर भी बल दिया।
खड़गे ने कहा कि बहुत सी जगहों पर जो ऐसे हादसे हो रहे हैं उसके पीछे अंधविश्वास मूल कारण होता है और इसके लिए कोई कानून नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक देशव्यापी कानून बनाए जाने की जरूरत है।
खड़गे ने कहा कि महाराष्ट्र में अंध श्रद्धा को लेकर एक ऐसा कानून बना है और ऐसा ही एक कानून कर्नाटक में भी है। उन्होंने कहा, ‘‘इसी लाइन पर आप कानून बनाइए। पाबंदी लगाइए। सच्चे लोगों को आने दो। नकली लोग बहुत जगह आश्रम बनाकर लोगों को लूट रहे हैं। उन पर रोक...।’’
नेता प्रतिपक्ष ने हाथरस की घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री या सदन के नेता से बयान देने की भी मांग की।
सभापति धनखड़ ने बताया कि सदन के नेता जे पी नड्डा ने उनसे उनके कक्ष में मुलाकात की और हाथरस की घटना पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष को साथ मिलकर इस दिशा में सकारात्मक कदम बढ़ाना चाहिए।