पीएम मोदी ने विपक्ष को बताया निराशावादी, कहा- 70 साल की पुरानी आदत इतनी आसानी से नहीं जा सकती
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को आलोचकों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे अपने अहंकार, झूठ, निराशावाद और अज्ञानता की खुशफहमी में रह सकते हैं लेकिन लोगों को उनके विभाजनकारी एजेंडे से सावधान रहना चाहिए क्योंकि 70 साल की पुरानी आदत इतनी आसानी से नहीं जा सकती।
प्रधानमंत्री सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर टीवी एंकर शिव अरूर की एक पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। उस पोस्ट का शीर्षक था ‘मेल्टडाउन-ए-आजम’ और इसमें राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा के सत्ता में आने के बाद हिंदी भाषी राज्यों में क्षेत्रीय विभाजन को भड़काने और मतदाताओं का अपमान करने के लिए ‘बहाने’ और ‘पारिस्थितिकी तंत्र’ के कथित प्रयासों का हवाला दिया गया है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से टीवी पर हर के कारणों का अलग-अलग विश्लेषण सुनने को मिल रहा है। तमाम राजनीतिक विश्लेषक और नेताओं ने चुनाव में अपनी पार्टी के हार की विभिन्न वजहें बता रहें हैं।
इसी बीच इंडिया टुडे एंकर शिव अरुर ने राजनीतिक विश्लेषकों और कांग्रेस नेताओं को जमकर आड़े हाथों लिया, जिस वीडियो को पीएम में शेयर किया है। उन्होंने विश्लेषकों द्वारा कांग्रेस के हिंदी भाषी क्षेत्रों में हार के विश्लेषण पर प्रश्नचिन्ह उठाते हुए उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक विश्लेषक कांग्रेस की हार हिंदी पट्टी के लोगों को नीचा महसूस करवाते है। मसलन वे कहते है कि हिंदी पट्टी के वोटर कम पढ़े लिखे है, हिंदी पट्टी के वोटरों की प्रजनन दर ज्यादा है। वीडियो में अरूर यही नहीं रुके उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राजनीतिक विश्लेषक उत्तर भाषी के लोगों को गवार, जो सिर्फ एन्टी बीजेपी पार्टियों को नकार देते है। वे केवल ऐसी ही मानसिकता के साथ विश्लेषण करते है।
यहां तक उन्होंने कांग्रेस नेताओं को भी जमकर लताड़ा उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस दक्षिण के राज्यों को ज्यादा श्रेष्ठ और उत्तरी राज्यों को नीचा दिखाकर उनको अच्छी स्थिति में ला सकती है। मतदाताओं के फैसले का सम्मान न करना उनके लिए खतरे की घण्टी है। ऐसा करके विपक्ष बहुत बड़ी खतरा मोल ले रहा है देश के एक हिस्से को दूसरे से श्रेष्ठ बताना किसी लिहाज से सही नहीं है।