पीएम मोदी ने जारी की किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त, कहा- देश को दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भर बनाना है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को वाराणसी के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने डायरेक्ट कैश ट्रांसफर के जरिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी की। 17वीं किस्त की रकम करीब 20000 करोड़ रुपये है, जिसका फायदा 9.26 करोड़ किसानों को मिलेगा। इस दौरान पीएम ने 30 हजार महिलाओं को 'कृषि सखी' के तौर पर 'उपहार' भी दिया।
पीएम ने 17वीं क़िस्त जारी करके के बाद अपनी संबोधन में कहा, "अपने किसान भाई-बहनों का जीवन आसान बनाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। काशी की पवित्र भूमि से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 17वीं किस्त जारी करते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है।"
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री आज शाम करीब 4:30 बजे वाराणसी पहुंचे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी अगवानी की। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, "मुझे खुशी है कि पीएम किसाम सम्मान निधि में सभी लाभार्थियों को लाभ पहुंचाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। करीब एक करोड़ लोग इससे जुड़े हैं। हमने इसे सुलभ बनाने के लिए कई नियमों को सरल किए हैं। जब राह आसान हो तो रास्ते बन जाते हैं।
उन्होंने आगे कहा, "मैंने किसान, नौजवान और महिलाओं को भारत को विकसित देश बनाने के संकल्प का मजबूत स्तंभ माना है। भारत को विकसित बनाने में इनका योगदान काफी अहम होने वाला है। उन्होंने आगे कहा कि 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का बड़ा कदम उठाया गया है। जो कृषि सखी हैं, उन्हें भी सशक्त बनाया जाएगा।"
पीएम ने आगे कहा, "आने वाले समय में दलहन और तिलहन में देश को आत्मनिर्भर बनना है। कृषि निर्यात में देश अग्रणी हो ये मेरा सपना है। आज बनारस का लंगड़ा आम देश के हर कोने में मिलता है। वन डिस्ट्रिक्ट और वन प्रोडक्ट एक ऐसा स्कीम है जिससे गाजीपुर, चंदौली और जौनपुर जैसे क्षेत्र को काफी फायदा हुआ है।"
पीएम ने कहा कि दुनिया की हर डाइनिंग टेबल पर भारत का कोई खाद्य प्रोडक्ट होना चाहिए। आने वाले समय में मोटी अनाज का पैदावार और औषधीय गुणों वाले खाद्यान्न पर हमारा फोकस होगा।
गौरतलब है कि वाराणसी में यह कार्यक्रम केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। वाराणसी की अपनी यात्रा पूरी करने के बाद पीएम मोदी बिहार जाएंगे। यह प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद उनके द्वारा उठाए गए शुरुआती कदमों में से एक है।
इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्य के कई मंत्री शामिल हुए। शाम को करीब 7 बजे मोदी वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती समारोह में शामिल होंगे। इसके बाद वह रात 8 बजे काशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगे।