मयंक को आप गुट से बेइज्जती का खौफ
मयंक गांधी ने कहा है कि ब्लॉग लिखकर वह पार्टी को कमजोर नहीं कर रहे हैं बल्कि पार्टी के सिद्धांतों के आधार पर उसे मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी में बढ़ रहे व्यक्तिवाद पर चोट करते हुए कहा है कि सबसे पहले राष्ट्र है। उसके बाद पार्टी आती है और अंत में व्यक्ति आता है। उन्होंने आप को सही राजनीतिक पार्टी बनाने के लिए पार्टी के भीतर सहभागिता, पारदर्शिता, उत्तरदायित्व, विकेंद्रीकरण और चारित्रिक मजबूती पर जोर दिया है।
गांधी के पार्टी के वॉलंटियर्स को पार्टी का सबसे पहला मालिक कहा है।आप की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के सदस्य मयंक गांधी ने फिर से प्रशांत भूषण और योगेन्द्र यादव को पार्टी से निकालने पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने अपने ब्लॉग में फिर से अरविंद केजरीवाल खेमे के काम करने के तरीके पर सवाल उठाये हैं। मयंक ने पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र की मांग की है।
गांधी ने एक बार फिर से पार्टी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के मिनट्स को वॉलिंटियर्स के सामने लाने को कहा है। उऩ्होंने उम्मीद जताई है कि 4 मार्च की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के मिनट्स जल्द ही कार्यकर्ताओं के सामने आ जाएंगे।
गांधी ने कहा है कि दिल्ली में बैठकर सारे फैसले लेने वाला एक छोटा सा समूह मुझे निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने पत्रकार से नेता और अरविंद के केजरीवाल के खास बने आशीष खेतान की तरफ से उनपर हमला किये जाने का भी जिक्र किया है।
मयंक ने कहा है कि सही बात उठाने की वजह से कुछ लोग उऩके खिलाफ लगातार अभियान चला रहे हैं। हो सकता है कि कुछ दिन में कोई रिकॉर्डिंग मेरे खिलाफ भी सामने आये। वह लोग मुझे अपमानित करना चाहते हैं जिससे कि मैं पार्टी छोड़कर चला जाऊं। मुझे आप विरोधी और केजरीवाल विरोधी साबित करने की कोशिश की जा रही है। ऐसा ही उन्होंने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के साथ करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने पार्टी के भीतर रहकर उनके इरादों पर पानी फेर दिया।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से पार्टी भीतर लोकतंत्र के मामले में कोई समझौता न करने की अपील की है।