नोटबंदी पर आप ने अर्थव्यवस्था की निकाली अर्थी
नोटबंदी की सालगिरह पर आप ने अर्थव्यवस्था की अर्थी निकाली। आप ने इसे धोखा दिवस के तौर पर मनाते हुए कहा कि ठीक एक साल पहले इसी दिन प्रधानमंत्री ने देश को इतनी गहरी मुसीबत में डाल दिया था जिसके दंश जनता अाज भी झेल रही है। पार्टी ने कहा है कि बिना सोचे-समझे लिए गए इस फैसले ने अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी अाैर करीब 150 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा। लाखों लोगों की नौकरियां चली गईं और करोड़ों के व्यापार ठप हो गए।
राजधानी दिल्ली में त्यागराज स्टेडियम के नज़दीक पार्टी के प्रदर्शन का नेतृत्व आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक तथा दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने किया। उन्होंने इसे देशविरोधी फैसला बताते हुए कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को मारने वाला काम देश के प्रधानमंत्री ने किया और ये देश के साथ एक बहुत बड़ा धोख़ा था। फैसले के पीछे काला धन और आतंकवाद जैसे कारण बताए गए। जहां तक आतंकवाद पर रोक लगाने की बात थी, साउथ एशिया टेररिज्म पोर्टल के अनुसार नोटबंदी के बाद भारत के अंदर साल 2017 में 649 लोग आतंकी घटनाओं में मारे गए हैं। आरबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि चलन से हटाए गए पैसे का 99 फ़ीसदी वापस बैंकों में लौटकर आ गया हैI यानी नकदी के रूप में मौजूद लगभग पूरा ही काला धन बैंकों में जमा करा दिया गया और उम्मीदों के विपरीत वो बर्बाद नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा कि देश में 94 फीसदी लोग गैर- संगठित क्षेत्र में है, जिनका रोज़गार पूरी तरह से बर्बाद हो गया हैI भारत एक बड़ी कैश इकोनॉमी है और नोटबंदी की नीति ने मेहनत से कैश में रुपए कमाने वाले उन मज़दूर तबके के लोगों को चोर बता दिया हैI यहां तक कि मांताओं-बहनों के द्वारा सालों से जमा की गई पूंजी को भी मोदी सरकार ने काला धन बता दियाI देश की बड़ी कंपनियों ने नई भर्तियों में करीब 45 फीसद की कटौती की। बड़ी तादाद में लोगों ने नौकरियां गंवाई हैंI ज़्यादातर नकदी में लेन-देन करने वाले कृषि क्षेत्र पर भी बहुत बुरा असर पड़ा हैI किसानों को उनकी पैदावार के लिए वाजिब क़ीमत नहीं मिल रही हैI नोटबंदी आज़ाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला है।