खत्म हुई पंजाब के AAP विधायकों की नाराजगी, सीएम केजरीवाल ने मानी गलती
-हरीश मानव
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने डर के मारे पंजाब के पूर्व केबिनेट मंत्री बिक्रम मजीठिया से मान हानि मामले में माफी मांगी है।
माफी मांगने के मसले पर आप की पंजाब इकाई में भारी बगावत को थामने के लिए केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली में मनीष सिसोदिया के आवास पर मीटिंग में सभी 20 विधायकों को बुलाया। 20 में से 10 विधायक व 5 जोनल प्रधान ही पहुंचे। सुखपाल खेहरा समेत 10 विधायक मीटिंग में नहीं गए। मीटिंग में पहुंचे विधायकों के समक्ष केजरीवाल ने स्वीकार किया कि 22 राज्यों में उनके खिलाफ वहां के बड़े नेताओं ने मानहानि के 33 केस कर रखे हैं।
करीब 3 घटें चली मीटिंग में भाग लेने गए सुनाम के विधायक अमन अरोड़ा ने आउट लुक को बताया कि पंजाब के नेताआें के केजरीवाल से दो ही सवाल थे पहला यह कि उन्हाेंने मजीठिया से माफी क्यों मांगी? दूसरा यह कि पंजाब के स्थानीय नेताओं काे विश्वास में लिए बगैर माफी क्यों मांगी गई? अरोड़ा ने कहा कि पहले सवाल के जवाब में केजरीवाल ने उनके खिलाफ 22 राज्यों में मानहािन के 33 केस का हवाला देते हुए राजनीतिक भविष्य दाव पर लगने का डर जताया है। दूसरे सवाल के जवाब में केजरीवाल ने आप के पंजाब नेताओं के सामने अपनी गलती मानते हुए कहा कि मजीठिया से माफी मांगने से पहले उन्हें पार्टी के पंजाब के नेताओं को विश्वास में लेना चाहिए। अरोड़ा ने कहा कि केजरीवाल के जवाब से मीटिंग में मौजूद 10 विधायक व 5 जोनल प्रधानाें ने संतुष्टि जताते हुए पार्टी हाईकमान के साथ रहने का फैसला किया है। अरोड़ा ने कहा कि मीटिंग में न आने वाले सुखपाल खेहरा,कंवर संधु व बाकी विधायक भी जल्द ही केजरीवाल से मीटिंग कर संतुष्ट हो जाएंगे।
ये 10 विधायक गए थे केजरीवाल की मीटिंग में
पंजाब में आप के 20 विधायकों में से रविवार की केजरीवाल की मीटिंग में भाग लेने के लिए गए 10 विधायकों में कुलतार सिंह संधावा,अमरजीत सिंह,रुपिंदर कौर रुबी,बलजिदंर कौर,जयकिशन सिंह रोड़ी,हरपाल चीमा,बुधराम,सर्बजीत कौर मानुके,अमन अरोड़ा व मनजीत सिंह शामिल थे।