आप का अगला लक्ष्य पंजाब
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार आप के एक नेता ने कहा है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक से पहले पार्टी के राजनीतिक मामलों की समिति इस बैठक का एजेंडा तय करेगी। दिल्ली विधानसभा चुनावों में आप की जबर्दस्त जीत के बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की यह पहली बैठक है। पिछली बैठक पंजाब के संगरूर जिला में हुई थी, जो लोकसभा चुनाव में पार्टी की पराजय की पृष्ठभूमि के संदर्भ में थी।
इस बैठक में विभिन्न राज्यों से पार्टी के नेता हिस्सा लेंगे और पार्टी की जीत के इन क्षेत्रों में पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करेंगे। इसमें यह भी फैसला किया जा सकता है कि क्या पार्टी को अन्य राज्यों में होने वाले चुनावों में हिस्सा लेना चाहिए या नहीं।
आप के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि कार्यकर्ताओं की यह मांग है कि आप मुंबई और बेंगलूरु के नगर निगम चुनावों में हिस्सा ले। इन नगरों में पार्टी कार्यकर्ताओं का आधार है लेकिन यह सब, इस बात पर निर्भर करता है कि क्या पार्टी चुनाव लड़ने को तैयार है या नहीं। उन्होंने कहा, पार्टी में इस मसले पर अलग राय है कि हमारी रणनीति क्या होनी चाहिए।
गौरतलब है कि अपने शपथग्रहण समारोह के बाद दिए भाषण में केजरीवाल ने जहां कहा था कि पार्टी अगले पांच वर्षों तक केवल दिल्ली पर ध्यान केंद्रित करेगी। वहीं, पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि पार्टी चार-पांच राज्यों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
एक अन्य वर्ग का मानना है कि पार्टी को पंजाब पर ध्यान देना चाहिए जहां आप ने लोकसभा चुनाव में चार सीटों पर जीत दर्ज की थी और जहां सत्तारूढ शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर बतायी जा रही है। नेताओं ने कहा, हमें विविध विचारों पर निर्णय करना है। दूसरा, हमें संगठन के बारे में भी फैसला करना है। हमें अपने सीमित संसाधनों और विभिन्न राज्यों में हमारे संगठन की ताकत के आधार पर फैसला करना है। पार्टी की बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की योजना नहीं है।