हेमंत सरकार के एक साल पूरे, बोले- 5 साल बाद राज्य को किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना होगा'
"हजारों करोड़ की योजनाओं का किया उद्घाटन और शिलान्यास, लॉच हुईं अनेक सेवाएं, खिलाड़ियों को देंगे नौकरियों में दो प्रतिशत आरक्षण, मनरेगा मजदूरी करेंगे तीन सौ रुपए, एक लाख लोगों का हुआ गृह प्रवेश"
लोग जब नये साल के स्वागत की तैयारी में जुटे हैं झारखंड के मुख्मंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी सरकार के एक साल पूरा होने के मौके पर प्रदेश की जनता को उपहारों का तोहफा दिया है। हजारों करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया तो अनेक सेवाओं का शुभारंभ किया। खेल नीति और पर्यटन नीति का भी लोकार्पण हुआ। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत करीब एक लाख लोगों का गृह प्रवेश हुआ।
कोरोना की चुनौती के बीच सफलता के एक साल के लिए रांची के मोरहाबादी मैदान में समारोह का आयोजन किया गया था। हेमंत सोरेन ने कहा कि करना बहुत कुछ चाहता था मगर पूर्व की सरकार ने खाली खजाना छोड़ा था इसलिए जितना करना चाहता था नहीं कर पाया। मगर शासन का सहयोग मिला तो अपने शासन के दौरान प्रदेश को इस मुकाम तक पहुंचा दूंगा कि राज्य को किसी के सामने हाथ फैलाने की नौबत न आये, चाहे वह भारत सरकार हो या विश्व बैंक। हमारे पास सिर्फ कोयला और खनिज ही नहीं है, प्राकृतिक सौंदर्य का धरोहर है, कला संस्कृति का अकूत खजाना है, खिलाड़ियों का जखीरा है। चुनावी घोषणा पत्र के अनुरूप हेमंत धरना धर्म कोड को विधानसभा से पास करने और 50 हजार रुपये तक किसानों की कर्ज माफी कर चुके हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि यह पुरानी सरकार की तरह नहीं है। जो वादा करती है, पूरा करती है। फैसलों से जाहिर है।
कार्यक्रम में आने के पहले मुख्यमंत्री बिरसा चौक पर बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और राजभवन जाकर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। हेमंत सोरेन ने इसी मोरहाबादी मैदान में एक साल पहले भारी भीड़ के बीच समारोह में शपथ ग्रहण किया था मगर कोरोना के कारण एक साल पूरे होने पर सीमित लोगों के बीच समारोह का आयोजन हुआ। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सिर्फ तीन हजार लोगों के लिए इंतजाम किया गया था। समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री, दिशोम गुरू शिबू सोरेन, हेमंत सोरेन की पत्नी के साथ-साथ झारखंड के कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, बादल पत्रलेख के अतिरिक्त बंधु तिर्की, धीरज साहू आदि मंच पर मौजूद थे।
विरासत में मिले खाली खजाने की चर्चा करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं सभी विधवाओं, वृद्धों को पेंशन देना चाहता था मगर विभाग ने कहा आठ-नौ सौ करोड़ लगेंगे। इसके बावजूद पांच लाख और लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन देने की योजना पर काम कर रहे हैं। सभी गरीबों को राशन देना चाहते थे, विभाग ने कहा ढाई सौ करोड़ लगेंगे। नया निर्माण करना चाहता था तो मालूम हुआ कि कुछ विभागों पर हजारों करोड़ का पहले से बकाया है। बिजली विभाग इसका बड़ा उदाहरण है। सरकारी कर्मियों के वेतन तक के लिए संकट था। उत्तराधिकार में खाली खजाने की चाबी पकड़ाई गई थी। झारखंड का पहला सरप्लस बजट था मगर बीस सालों में किसी ने आर्थिक समृद्धि के लिए कोई चिंता ही नहीं की। कोरोना में संकट और गहराया।र एक भी सरकारी अस्पताल में वेटीलेटर तक नहीं था। मगर चुनौतियों का मुकाबला किया। संसाधन जुटाने की पहल की। कोरोना में बाहर से लोगों को सुरक्षित भी रखना था कि कोई भूखे नहीं मरे। ग्रामीण महिलाओं ने भोजनालय खोल मुफ्त भोजन करा बड़ी मदद की। कीर्तिमान बनाया, उन्हें सैल्यूट करता हूं।
आर्थिक तंगी के कारण ही किसानों की ऋण माफी पर फैसला करने में एक साल लग गये। आज इस योजना का शुभारंभ किया गया है। हमने कार्य योजना बनाई है, अधिकारियों का साथ मिला तो अगले पांच साल में मदद के लिए राज्य को किसी के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं होगी। हमारे पास एक से एक खिलाड़ी हैं मगर कोई हड़िया बेच रहा तो कोई मजदूरी कर रहा था। हमने खेल नीति का निर्माण किया है। पहली बार जिलों में खेल अधिकारियों की नियुक्ति की है। कुछ प्रतिभावान को सीधे नौकरी दी है। उनके लिए नौकरियों में दो प्रतिशत आरक्षण का निर्णय करने जा रहे हैं। नई पर्यटन नीति को मंजूरी दी है। लोग लाखों रुपये खर्च कर दूसरे प्रदेश जाते हैं अब बाहर से लोग यहां आयेंगे। शिक्षा में बड़ी लकीर खींची है। यहां स्कूल बंद हो रहे थे, हमारी सरकार ने पांच हजार आदर्श स्कूल खोलने का कार्यक्रम शुरू हो गया है। हर जिले में सीबीएसई पैटर्न पर एक मॉडल स्कूल खोलने जा रहे हैं। जयपाल सिंह मुंडा की याद में विदेश में पढ़ने के लिए भी अनुदान देंगे। यह देश में पहली योजना है। मार्च के से पहले ट्राइवल यूनिवर्सिटी चालू करेंगे। जेपीएससी की परीक्षाओं को लेकर बड़ी बदनामी थी, युवा परेशान थे। मुद्दा था। उसे दूर करने के लिए नई नियमावली बनी है। अगले माह से अब नियमित परीक्षाएं होंगी। बड़ी संख्या में अनुबंध कर्मी हैं। उनका स्थायी समाधान चाहता हूं। इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है।
किसानों की दशा सुधारने को पशुधन योजना शुरू की गई है। झार सेवा आज शुरू की गई है। आय, जाति, विवाह निबंधन सहित विभिन्न प्रकार के प्रमाण पत्र ऑनलाइन मिलेंगे। 15 दिन से ज्यादा विलंब करने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। मौके पर महिलाओं के लिए 181 डायल सेवा, कॉफी टेबुल बुक का लोकार्पण और अनेक भवन, बिजली, सड़क और जलापूर्ति योजनओं का भी शिलान्यास, उद्घाटन हुआ।