कर्नाटक के बाद यूपी में कांग्रेस ने भंग की सभी जिला कमिटी, इन्हें मिली बड़ी जिम्मेदारी
17वीं लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में उठापटक का दौर जारी है। कर्नाटक प्रदेश की इकाई भंग होने के बाद अब उत्तर प्रदेश (यूपी) कांग्रेस ने भी प्रदेश की सारी जिला इकाइयां भंग कर दी हैं। ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) ने पार्टी महासचिव और पूर्वी-पश्चिमी यूपी के इनचार्ज के निर्देश पर यह फैसला लिया। इसी के साथ कांग्रेस ने अपने विधायक अजय कुमार लल्लू को पूर्वी यूपी के संगठन में फेरबदल का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
यूपी की सभी जिला इकाइयां भंग कर दी गई हैं
संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की तरफ से जारी किए गए प्रेस नोट में कहा गया है कि एआईसीसी ने अपने महासचिव के प्रस्ताव के अनुसार कुछ जरूरी फैसले लिए हैं। इसके अनुसार, यूपी की सभी जिला इकाइयां भंग कर दी गई हैं। इसी के साथ जहां-जहां विधानसभा उपचुनाव होने हैं वहां चुनाव की तैयारी के लिए दो सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है।
कांग्रेस की नजर अब 2022 विधानसभा चुनाव पर
इसी के साथ लोकसभा चुनाव के दौरान अनुशासनहीनता के मामलों को देखने के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है। लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद यूपी में कांग्रेस की नजर अब 2022 विधानसभा चुनाव पर है। कहा जा रहा है कि पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए नए सिरे से जमीनी स्तर पर संगठन कौ तैयार करेगी।
लोकसभा चुनाव नें यूपी में सिर्फ एक ही सीट जीती थी कांग्रेस
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद यह कार्रवाई की जा रही है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सिर्फ रायबरेली में ही जीत हासिल की थी। यहां तक की गांधी परिवार की पारंपरिक सीट अमेठी में भी पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा था। यहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बीजेपी की स्मृति इरानी से 55 हजार वोटों से मात मिली थी।
कर्नाटक कांग्रेस की सभी कमिटी भंग हुई थी
लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने इस्तीफा भी भेजा था। इससे पहले कर्नाटक कांग्रेस की सभी जिला कमिटियों को भंग कर दिया गया था। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव और कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर बी खांद्रे को बरकरार रखा गया था।