अखिलेश का आरोप, "जनता की फिक्र नहीं, विधायक तोड़ने में इस्तेमाल हो रहा है सरकारी तंत्र"
जांच रिपोर्ट का इंतजार, कार्रवाई की तैयारी
एक निजी कंपनी द्वारा ऑक्सीजन आपूर्ति का भुगतान न किये जाने के चलते, बीते ब्रहस्पतिवार को ऑक्सीजन की आपूर्ति अचानक रोक ली गयी थी, जिसके चलते करीब 36 बच्चों कि मौत हो गयी थी।
हालांकि, योगी सरकार दावा कर रही है कि बच्चों की मौत ऑक्सीजन आपूर्ति ने सम्बंधित नहीं है। बहरहाल, राज्य सरकार नें इस मामले में जांच बैठा दी है और रिपोर्ट आने के उपरांत सख्त कार्यवाही होना निश्चित है।
गोरखपुर में हुई इन मौतों पर इसलिए भी सवाल उठ रहा है क्योंकि योगी खुद भी गोरखपुर से मौजूदा सांसद हैं, और पिछले कई सालों से संसद में इस पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहर का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
अभी कुछ दिन पहले ही, योगी गोरखपुर के दौरे पर थे, फिर भी अधिकारी ऑक्सीजन आपूर्ति के बकाया भुगतान सम्बंधित कोई बात उनके संज्ञान में नहीं लाये, जबकि उक्त कंपनी ने कई पत्र इस मामले में जमेडिकल कॉले प्रशासन को पहले ही प्रेषित कर दिए थे।
अफसरों का फटकार
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात मुख्यमंत्री योगी नें अपने अधिकारियों को इस सम्बन्ध में फटकार लगायी थी कि जब वह स्वयं गोरखपुर गए थे, तो यह बात उनसे क्यों छुपायी गई। इस बीच ऑक्सीजन आपूर्ति शुचारू करने के लिए कदम उठा लिए गए हैं और कंपनी का भुगतान करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
प्रदेश के स्वस्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह नें विरोधियों पर मौत पर सियासत करने का आरोप लगाया है। वह स्वयं गोरखपुर में रह कर मामले पर नजर रखे हुए है। उधर केंद्र सरकार ने भी प्रदेश सरकार से इस सम्बन्ध में रिपोर्ट तलब करी है।