महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में गायकवाड को वोट देने की अनुमति देना सत्ता का दुरुपयोग: संजय राउत
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शुकव्रार को कहा कि गोलीबारी के एक मामले में न्यायिक हिरासत में चल रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक गणपत गायकवाड को महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में वोट देने की अनुमति देना सत्ता का दुरुपयोग होगा।
कांग्रेस ने भी निर्वाचन अधिकारी से आग्रह किया है कि थाने में शिवसेना नेता पर गोली चलाने के आरोपी गायकवाड को वोट न डालने न दिया जाए।
राउत ने संवाददाताओं से कहा कि पिछले विधान परिषद चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के तत्कालीन विधायक अनिल देशमुख और नवाब मलिक को वोट देने की अनुमति नहीं दी गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘गायकवाड जेल से बाहर आकर वोट दे सकते हैं, लेकिन अनिल देशमुख और नवाब मलिक भी जेल (2022 के परिषद चुनावों के दौरान) में थे और उन्हें वोट देने की अनुमति नहीं दी गई। यह सत्ता का उपयोग या दुरुपयोग है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि हाल के लोकसभा चुनाव के नतीजों से पता चला है कि जनता ने विपक्षी दलों का समर्थन किया है।
राउत ने कहा, ‘‘यहां तक कि उनके (सत्तारूढ़ दलों के) विधायक भी टूटकर आ सकते हैं या अलग रुख अपना सकते हैं। किसी को यह गलतफहमी नहीं होनी चाहिए कि सिर्फ कांग्रेस या किसी अन्य (विपक्षी दल) के वोट ही बंटेंगे।’’
कल्याण पूर्व विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले गायकवाड़ को फरवरी में एक जमीन विवाद को लेकर पुलिस थाने के अंदर शिवसेना के एक पदाधिकारी पर गोली चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। घटना के बाद से ही भाजपा विधायक न्यायिक हिरासत में हैं।
इससे पहले, कांग्रेस उम्मीदवार प्रदन्या सातव के प्रतिनिधि अभिजीत वंजारी ने निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में कहा कि गायकवाड न्यायिक हिरासत में हैं और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 62(5) के तहत वोट नहीं दे सकते।
पत्र में उन्होंने कहा, ‘‘हमें पता चला है कि गायकवाड विधान भवन में वोट देने के लिए आएंगे। कृपया उन्हें ऐसा करने से रोकें... और किसी दबाव में आए बिना संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करें। अन्यथा हमें कानूनी रास्ता अपनाना पड़ेगा।’’
विधान परिषद की 11 सीट पर द्विवार्षिक चुनाव के लिए शुक्रवार को सुबह नौ बजे से दक्षिण मुंबई के विधान भवन परिसर में मतदान प्रक्रिया जारी है जो कि शाम चार बजे तक चलेगी।