लालू का निशाना बना अनंत के इस्तीफे का कारण
गौरतलब है कि पटना में स्वाभिमान रैली के दौरान मंच से लालू यादव ने कहा कि उनके कहने पर अनंत सिंह को गिरफ्तार किया गया। अनंत सिंह इस समय बेउर जेल में बंद हैं। सूत्रों के मुताबिक जिस तरह से अनंत सिंह को जेल भेजा गया उसे देखते हुए उनके करीबियों ने कहा था कि अब जदयू से टिकट मिलना मुश्किल है। उसके बाद भी अनंत सिंह का नीतीश कुमार के प्रति लगाव रहा। लेकिन नीतीश के सामने मंच पर जब लालू यादव ने सिंह की आलोचना की तब मामला बिगड़ गया।
अनंत निर्दलीय चुनाव लड़ेगे या किसी पार्टी में जाएंगे यह अभी तय नहीं है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि मोकामा इलाके में अनंत सिंह की मतदाताओं पर अच्छी पकड़ है और इससे जदयू को बड़ा नुकसान हो सकता है। क्योंकि बिहार में अगड़े और पिछड़ी जाति का जो नारा लालू यादव ने दे दिया है इसका असर भी दिखाई पड़ने लगा है। कई सवर्ण नेता जदयू और राजद दोनों से ही किनारा करते हुए दिख रहे हैं।
जदयू के एक नेता के मुताबिक लालू सामाजिक न्याय के नाम पर जरूर पिछड़े मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन अब स्थितियां बदल गई हैं। अब सामाजिक न्याय में सभी जातियों को साथ लेकर चलना होगा नहीं तो विधानसभा चुनाव में जदयू और राजद से सवर्ण मतदाताओं का मोंह पूरी तरह से भंग हो सकता है।